दीपक मिश्रा
हरिद्वार-14 अक्टूबर खेल व्यक्ति के परिचय को पहचान प्रदान करके सामाजिक सम्बंध की मजबूती का आधार है। यह व्यक्ति के दीर्धगामी सम्बंध से जुडकर लक्ष्य की मजबूती मे सहायक होता है। गुरुकुल कांगडी समविश्वविद्यालय के कन्या गुरुकुल परिसर मे चल रही दो दिवसीय बैडमिंटन प्रतियोगिता का दयानंद स्टेडियम मे आज समापन हो गया। नॉक आउट आधार पर खेली गई प्रतियोगिता के व्यक्तिगत मुकाबलों मे अक्षिता पोडियाल ने प्रथम, मनीषा चौधरी ने दूसरा तथा आरजू राणा ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। पारितोषिक वितरण समारोह प्रो0 आभा शुक्ला, चैयरपर्सन आयोजन समिति तथा एसोशिएट प्रोफेसर डॉ0 शिवकुमार चौहान तथा प्रभारी, शारीरिक शिक्षा डॉ0 अजय मलिक द्वारा किया गया। अपने सम्बोधन मे प्रो0 आभा शुक्ला ने कहॉ कि खेल सभी प्रकार की व्याधियों का एकमात्र समाधान है। खेल नकारात्मक भाव के प्रभाव को कम करने की सबसे कारगर औषधी है। जिसका उपयोग जीवन मे समृद्वि के द्वार खोलता है। डॉ0 शिवकुमार चौहान ने कहॉ कि खिलाडी की खेल के दौरान मनःस्थिति पल-पल बदलती रहती है। जिसके कारण समायोजन की अधिक आवश्यकता पडती है। मनोवैज्ञानिक मे समायोजन के लिए खेल सर्वोत्तम उपाय है। प्रभारी डॉ0 अजय मलिक ने छात्राओं को खेलो मे अधिक प्रतिभाग के लिए प्रेरित किया। प्रातः 10 बजे से प्रारम्भ हुये सेमीफाईनल आरजू राणा तथा मनीषा चौधरी के बीच खेला गया जिसमे आरजू राणा 2-1 से विनर रही। अक्षिता पोडियाल तथा सिमरन के बीच दूसरे सेमी फाईनल मे अक्षिता पोडियाल 2-1 से विजयी रही। फाईनल मुकाबले के मैचों का संचालन हिमानी शर्मा तथा वैभव रावत ने किया। इस अवसर पर डॉ0 कपिन मिश्रा, सुनील कुमार, अश्वनी कुमार, सुरेन्द्र सिंह, मुनेश, राजेन्द्र सिंह, दिवाकर आदि उपस्थित रहे। प्रतियोगिता के दौरान कन्या गुरूकुल परिसर की छात्राएं एवं प्राध्यापिकाये उपस्थित रही। कार्यक्रम का संचालन डॉ0 बिन्दु मलिक द्वारा किया गया।