15000 करोड़ के महाघोटाले का गुजरात से भी कनेक्शन? ठगों के एक और ऑफिस का खुलासा

फर्जी कागजों के आधार पर कंपनियों का रजिस्ट्रेशन कराकर 15 हजार करोड़ रुपये के जालसाजी मामले में अब एक और नया खुलासा हुआ है। नोएडा पुलिस को इस फर्जीवाड़े की जांच के दौरान सोमवार को आरोपियों के एक और ऑफिस का पता मिला है। यह ऑफिस दिल्ली के मयूर विहार में चल रहा था, जो फिलहाल बंद है। इस गिरोह का यह चौथा ऑफिस है।

अब तक पुलिस को मधु विहार, शहादरा और पीतमपुरा के ऑफिस की जानकारी थी। आशंका जताई जा रही है कि इस गिरोह के अभी दिल्ली सहित कई शहरों में कई और ऑफिस हो सकते हैं। मयूर विहार के ऑफिस को जल्द ही सील करवाने की कार्रवाई की जाएगी। ऑफिस के आसपास रहने वाले लोगों को भी आरोपियों ने विश्वास में ले रखा था। इसके अलावा गिरफ्त में आए आरोपियों को कस्टडी रिमांड पर लेने के लिए नोएडा पुलिस ने सोमवार को संबंधित कोर्ट के समक्ष अर्जी लगा दी। पुलिस की ओर से आरोपियों की सात दिन की रिमांड मांगी गई है।

पीसीआर पर आरोपियों को लेने के लिए नोएडा पुलिस का तर्क है कि कई एजेंसियों के एक साथ मामले में शामिल होने से उसे पूछताछ के लिए पर्याप्त समय नहीं मिल पाया। वहीं अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी और रिकवरी के लिए पुलिस ने पुलिस कस्टडी रिमांड को आवश्यक बताया है। मामले की जांच के क्रम में एसटीएफ की टीम ने भी सोमवार को कई ठिकानों पर दबिश दी। एसटीएफ और नोएडा पुलिस मामले से जुड़ी हर जानकारी एक-दूसरे से साझा कर रही हैं।

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