केदारनाथ धाम पैदल मार्ग पर भीमबली के समीप जंगल में घास काटने गई नेपाली मूल की महिला का पैर फिसलने से चट्टान से टक्कराकर मंदाकिनी नदी में जा गिरी. नदी का बहाव तेज होने के कारण महिला नदी में बह गई. सूचना मिलते ही डीडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची. महिला की ढूंढखोज जारी है.
केदारनाथ यात्रा मार्ग में संचालित होने वाले घोड़े-खच्चरों के लिए नेपाली मूल की महिलाएं घास काटने का काम करती हैं. वे हरा चारा बेचकर अपना गुजर बसर करती हैं. सोमवार को भीमबली के पास के जंगलों में घास काटने गई नेपाली मूल की सुनीता मानसी पत्नी अर्जुन मानसी उम्र 44 वर्ष का पैर फिसल गया और वह चट्टान से टकराकर सीधे नदी में जा गिरी. नदी में तेज बहाव होने से महिला बहकर झील में चली गई. झील काफी गहरा होने के कारण एसडीआरएफ और डीडीआरएफ टीम की ओर से सर्च अभियान चलाया जा रहा है. काफी ढूंढखोज के बाद भी महिला का कई पता नहीं चल पाया है
केदारनाथ पैदल मार्ग पर एक यात्री घोड़े से गिरकर घायल हो गया. सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची रेस्क्यू टीम ने यात्री को स्ट्रेचर के माध्यम से उपचार के लिए गौरीकुंड पहुंचाया. केदारनाथ पैदल मार्ग पर छोड़ी गदेरे में घोड़े का अचानक पैर फिसलने से केदारनाथ से वापस लौट रहे नागपुर महाराष्ट्र के यात्री पवन अरुण शेंडे की घोड़े से गिरने की सूचना मिली. जिससे यात्री के कमर में फ्रैक्चर आ गया है.डॉक्टरों ने गौरीकुंड अस्पताल में यात्री को प्राथमिक उपचार के बाद सोनप्रयाग के लिए रेफर किया. सूचना मिलने पर डीडीआरएफ टीम ने यात्री को स्ट्रेचर के माध्यम से गौरीकुंड बस अड्डा लाया गया. जहां से एंबुलेंस के माध्यम से सोनप्रयाग भेजा गया.