भारतीय मजदूर संघ के स्वर्णिम 70 वर्ष समापन समारोह की तैयारियाँ प्रारंभ, सम्मेलन की रूपरेखा तय

दीपक मिश्रा

 

भारतीय मजदूर संघ, उत्तराखंड द्वारा संगठन की स्थापना के स्वर्णिम 70 वर्ष (23 जुलाई ) पूर्ण होने के उपलक्ष्य में दिनांक 22 जून को प्रातः 9:00 बजे से ऋषिकुल ऑडिटोरियम, हरिद्वार में एक भव्य युवा कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन भारतीय मजदूर संघ की श्रमिक चेतना, राष्ट्रनिष्ठा और संगठनात्मक शक्ति का प्रेरणादायी उदाहरण होगा।

इसी क्रम में आज BHEL (HEEP) स्थित बीएमएस कार्यालय, 147/3/1 पर कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता प्रदेश महामंत्री श्री सुमित सिंघल ने की। बैठक में हरिद्वार जनपद की विभिन्न यूनियनों के पदाधिकारी एवं प्रतिनिधियों ने भाग लिया एवं सम्मेलन को सफल, सुव्यवस्थित एवं ऐतिहासिक बनाने हेतु अपनी पूर्ण प्रतिबद्धता दोहराई।

श्री सुमित सिंघल जी ने जानकारी दी कि इस अवसर पर उत्तराखंड राज्य की भारतीय मजदूर संघ से सम्बद्ध लगभग 120 यूनियनों के प्रतिनिधि एवं चयनित 2000 कार्यकर्ता भाग लेंगे।

कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने हेतु कई विशिष्टजनों की उपस्थिति प्रस्तावित है, जिनमें प्रमुख रूप से:

माननीय मुख्यमंत्री, उत्तराखंड – मुख्य अतिथि

श्री रविंद्र हिमते जी, राष्ट्रीय महामंत्री, भारतीय मजदूर संघ – विशिष्ट अतिथि

श्री अनुपम जी, क्षेत्रीय संगठन मंत्री – विशिष्ट अतिथि

जिला अध्यक्ष श्री चंद्रशेखर चौहान जी ने इस आयोजन को भव्य एवं सफल बनाने हेतु पूरी मेहनत, निष्ठा एवं समर्पण के साथ जिले की विभिन्न यूनियनों के समन्वय से कार्य करने की प्रतिबद्धता दोहराई।

कार्यक्रम की तैयारियों में सक्रिय सहभागिता करने वाले अन्य प्रमुख पदाधिकारी एवं प्रतिनिधिगण इस प्रकार हैं: डी. सी. नौटियाल (प्रदेश प्रभारी – पर्यावरण) टनकार कौशल जी, देशराज राठौर (प्रदेश प्रभारी – उत्तराखंड स्वायत्तशासी कर्मचारी महासंघ),
इंद्रपाल शर्मा, अमित कुमार, अनिल मौर्य, आदेश धीमान मनमीत चौधरी, पवन कश्यप, शशांक चौहान, नन्दकुमार गुप्ता, परवीन कुमार, सुनील कुमार, सलेखचंद, संतोष मिश्रा, दिवाकर, हेमंत रावत, पपेंद्र रौतेला, चिरंजीलाल, विक्रम रावत, संजय रावत, कुंवर नेगी, अजीत राणा, विजय पंवार।
इन सभी ने एकमत होकर यह संकल्प लिया कि वे सम्मेलन को उत्तराखंड के श्रमिक आंदोलन के इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय बनाएंगे।

यह सम्मेलन भारतीय मजदूर संघ की उस विचारधारा को सशक्त करेगा, जिसमें “राष्ट्र सर्वोपरि” होता है। संगठन न केवल श्रमिक हितों, बल्कि उद्योग हित एवं राष्ट्रहित को भी समान रूप से महत्व देता है। श्री सिंघल जी ने कहा कि भारतीय मजदूर संघ का प्रत्येक कार्यकर्ता ईमानदारी, निष्ठा और संकल्पबद्धता के साथ अपने उत्तरदायित्वों का निर्वहन करता है।

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