देशभर में निकाली जाएंगी स्वाधीनता सेनानी सम्मान यात्राएँ- जितेन्द्र रघुवंशी


दीपक मिश्रा 

हरिद्वार। हर महीने प्रथम रविवार दस बजे दस मिनट स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों शहीदों के नाम‌ अभियान के अन्तर्गत देश के विभिन्न प्रान्तों में आज 34 वें रविवार को ध्वजारोहण, राष्ट्रगान, स्मारकों, शहीद स्थलों, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, शहीदों की प्रतिमाओं पर पुष्पांजलि समर्पित करने के साथ ही आजादी के दीवानों की जीवन गाथाएँ सुनाई गईं। इसी क्रम में हरिद्वार जिले में भी अमर शहीद जगदीश वत्स पार्क निकट जटवाड़ा पुल ज्वालापुर, स्वतंत्रता सेनानी स्मृति स्तंभ हरिद्वार, वटवृक्ष सुनहरा रुड़की, स्वतंत्रता सेनानी स्तंभ रुड़की, भगवानपुर, लक्सर बहादराबाद में भी प्रतिमाह की भांति कार्यक्रम आयोजित किए गए। शहीद जगदीश वत्स पार्क ज्वालापुर में शिवडेल स्कूल के संस्थापक स्वामी शरद पुरी, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भारत भूषण विद्यालंकार ने ध्वजारोहण किया, शहीद जगदीश वत्स की प्रतिमा पर स्वामी शरद पुरी, भारत भूषण विद्यालंकार, जितेन्द्र रघुवंशी, हरित ऋषि विजय पाल बघेल, सुरेश चन्द्र सुयाल, अरुण कुमार पाठक तथा डा. नरेश मोहन द्वारा माल्यार्पण किया गया एवं सभी उपस्थित स्वतंत्रता सेनानी शहीद परिवारों, गणमान्य नागरिकों द्वारा पुष्पांजलियां समर्पित की गईं।
इस अवसर पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों शहीदों के सम्मान, उनके सपनों का भारत बनाने तथा उत्तराधिकारियों के अस्तित्व की रक्षा के लिए संघर्षरत स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी परिवार समिति के राष्ट्रीय महासचिव जितेन्द्र रघुवंशी ने देश भर में आयोजित कार्यक्रमों में शामिल स्वतंत्रता सेनानी परिवारों तथा उपस्थित गणमान्य नागरिकों को सन्देश देते हुए कहा कि अब अक्टूबर माह से पूरे देश भर में स्वतंत्रता सेनानी शहीद सम्मान यात्राएँ निकाली जाएंगी, इसकी शुरुआत 13 अक्टूबर को मुरादाबाद उत्तरप्रदेश से हो रही है। रघुवंशी ने सम्मान यात्राओं की विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि हर प्रान्त में उस प्रान्त के सेनानी परिवारों की एक दिवसीय विशेष बैठकें होंगी, जिसमें हर महीने प्रथम रविवार दस बजे दस मिनट स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों शहीदों के नाम अभियान के माध्यम से उस प्रान्त के सेनानी परिवारों को संगठित करने के लिए विचार-विमर्श किया जाएगा, तत्पश्चात, सायंकाल के समय स्वतंत्रता सेनानी शहीद सम्मान यात्रा नगर के प्रमुख मार्गों से होते हुए महत्वपूर्ण स्मारक या शहीद स्थल तक निकाली जाएंगी, जिसमें अपने पूर्वज स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, शहीदों के चित्रयुक्त बैनर लेकर सेनानी शहीद परिवार चलेंगे। इन यात्राओं में जन प्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों, प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के प्रतिनिधियों तथा स्थानीय गणमान्य नागरिकों को भी आमंत्रित किया जाएगा। रघुवंशी ने अपने कनाडा प्रवास का उल्लेख करते हुए बताया कि लगभग 150 वर्ष पूर्व कनाडा अंग्रेजी दासता से आजाद हुआ था, देश को पराधीनता की बेड़ियों से मुक्त कराने वाले स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को वहाँ रेड इंडियन कहा जाता था, जिन्हें अब मूल निवासी कहा जाता है, जिनकी वर्तमान 10वीं, 11वीं पीढ़ी को भी वह सम्मान तथा सुविधाएं सरकार द्वारा प्रदान की जाती हैं जो स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को दी गई थीं। भारत में हम अपनी तीसरी तथा चौथी पीढ़ी की पहचान के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
स्वामी शरद पुरी ने स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी परिवार समिति द्वारा देशभर में चलाए जा रहे इस अभियान को नई पीढ़ी को देशभक्ति से अनुप्राणित करने का सशक्त अभियान बतलाया और अपने गुरु स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वामी हरिहरानन्द की जीवनगाथा सुनाते हुए बताया कि किस तरह गुप्त रूप से बावड़ी के अन्दर लगाए गए प्रेस में उनके द्वारा क्रान्तिकारी साहित्य छापकर वितरित किया जाता था। हरित ऋषि विजय पाल बघेल ने दुबई में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को मिल रहे सम्मान का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत में भी सरकार को स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के सपनों का भारत बनाने के लिए उनके परिवारों को विश्वास में लेना चाहिए। प्रसिद्ध साहित्यकार अरुण कुमार पाठक ने घर-घर जाकर सेनानी परिवारों को संगठित करने का प्रयास करने पर जोर दिया। स्वतंत्रता संग्राम सेनानी श्री भारत भूषण विद्यालंकार, डॉ नरेश मोहन तथा सुरेश चन्द्र सुयाल ने भी उपस्थित भाई बहनों को सम्बोधित किया।
अन्त में महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी श्री विद्याधर वैष्णव के सुपुत्र एवं श्री कैलाश चन्द्र वैष्णव के अग्रज श्री बिपिन चंद्र वैष्णव जी के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया गया और दिवंगत आत्मा की आगे की विकास यात्रा निर्विघ्न पूरी हो इसके लिए दो मिनट मौन रहकर ईश्वर से प्रार्थना की गई।
स्वतंत्रता सेनानी स्मृति स्तंभ हरिद्वार में वरिष्ठ स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी मुरली मनोहर ने ध्वजारोहण किया और शहीद जगदीश वत्स की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। ‌ इस देशभक्ति से परिपूर्ण कार्यक्रम में दीपक पंवार, वीरेन्द्र गहलौत, रमेश चंद्र गुप्ता, अरविन्द कौशिक, नरेन्द्र कुमार वर्मा, परमेश चौधरी, सुरेन्द्र छाबड़ा, शिवेंद्र गहलोत, विवेक कुमार शर्मा, चमन कुमार, श्रीमती मधुबाला, स्वर्णिमा सहित स्थानीय गणमान्य नागरिक उपस्थिति रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *