दीपक मिश्रा
हरिद्वार- 03 अक्टूबर 2025 समाज मे मर्यादा स्थापित करने के लिए शस्त्र एवं शास्त्र दोनो की शिक्षा-दीक्षा जरूरी है। स्वभाव एवं चरित्र मे तेजी से हो रहे बदलाव मे मान्यताओं एवं मर्यादाओं को स्थापित किये रखना चुनौती पूर्ण कार्य है। अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा, उत्तराखंड द्वारा शस्त्र पूजा एवं यज्ञ के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम का संचालन करते हुये प्रदेश महामंत्री डॉ0 शिवकुमार चौहान ने यह बात कही। उन्होने कहॉ कि समाज की बदलती सोच तथा व्यवहारिक परिवेश मे शस्त्र का उपयोग का कौशल आना बहुत जरूरी है। क्षत्रिय-राजपूत परम्परा मे बाल्यकाल से ही शस्त्र एवं शास्त्र पूजा की विधान रहा है। सामाजिक विघटन तथा सोच मे आये बदलाव मे शस्त्र के स्वरूप एवं उपयोग का तरीका भी बदला है। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ट समाजसेवी सिद्वेश्वर सिंह चौहान द्वारा की गई। प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर यशपाल सिंह राणा ने कहॉ कि बिना किसी शस्त्र निपुणता के सुरक्षित एवं सम्मानित रखा जाना सबसे कठिन होता जा रहा है। इसलिए महिलाओं तथा बेटियों के लिए सरकार को शस्त्र शिक्षा आवश्यक स्किल के रूप मे स्वीकार्य की जानी चाहिए। वरिष्ट उपाध्यक्ष प्रेम सिंह राणा ने कहॉ कि आज समाज का वातावरण असुरक्षित एवं सम्मान रहित बनता जा रहा है, ऐसे मे बिना शस्त्र ज्ञान के सुरक्षित नही रहा जा सकता। कार्यक्रम का शुभारम्भ मर्यादा पुरूषोतम भगवान राम का पूजन एवं हवन करके आरम्भ हुआ। पूजन मे भगवान के चित्र के सम्मुख शस्त्रों पर मंगल तिलक एवं रक्षा-सूत्र बांध कर तथा मर्यादा मे रहते हुये शस्त्र का उपयोग करने की शपथ तथा आर्शीवाद प्राप्त करके सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर पार्षद नागेन्द्र सिंह राणा, जिला अध्यक्ष, युवा दुष्यंत राणा, गौरव राणा, जिला अध्यक्ष शेखर सिंह राणा, योगेन्द्रपाल सिंह राठौर, महेन्द्र सिंह नेगी, विक्रम सिंह, आशीष चौहान, डी0पी0 सिंह, उपदेश चौहान, अजय चौहान, मदनपाल सिंह पुण्डीर, वैभव सिंह, रोहिनी राणा, पीयूष राठौर, अनुज चौहान, शाम्भवी राणा, धैर्य प्रताप, संजीव चौहान सहित अनेक सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी, वरिष्ठजन, महिलाएं एवं बच्चे उपस्थित रहे। बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम का प्रदर्शन भी किया। धन्यवाद ज्ञापन शेखर राणा द्वारा किया गया। सूक्ष्म जलपान तथा शान्तिपाठ के साथ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।