दीपक मिश्रा
कुख्यात प्रवीण बाल्मीकि गैंग से जुड़े पंकज पर था 50 हजार का ईनाम
हरिद्वार, 31 जनवरी। जेल में रामलीला मंचन के दौरान फरार हुए 50 हजार के ईनामी बदमाश पंकज को रानीपुर कोतवाली पुलिस और एसटीएफ ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। मुठभेड़ में पैर में गोली लगने से घायल हुए पंकज को उपचार के लिए जिला चिकित्सालय ले जाया गया। जहां से उसे एम्स ऋषिकेश रैफर कर दिया गया। बीते वर्ष अक्टूबर में एक अन्य कैदी के साथ जेल से फरार हुए पंकज पर 50 हजार का ईनाम का घोषित था। उसके खिलाफ आधा दर्जन से ज्यादा मुकद्मे दर्ज है। एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल ने पुलिस टीम को 5 हजार रूपए का ईनाम देने की घोषणा की है।
एसएसपी ने बताया कि बृहष्पतिवार देर रात लगभग 12ः30 बजे पुलिस व एसटीएफ टीम की बदमाश पंकज से मुठभेड़ होने पर पुलिस टीम की जवाबी फायरिंग में पैर में गोली लगने से वह घायल हो गया। उपचार के लिए उसे जिला अस्पताल ले जाया गया। जहां से चिकित्सकों ने उसे ऋषिकेश एम्स रेफर कर दिया। उसके कब्जे से तमंचा 315 बोर कर तमंचा, 2 खोखा कारतूस व 1 जिंदा कारतूस बरामद किया गया।
50 हजार का ईनामी पंकज पुत्र मगन लाल निवासी मकान नम्बर-72 गोलभट्टा थाना कोतवाली गंगनहर रूड़़की 11 अक्टूबर, 2024 को रोशनाबाद जेल में रामलीला मंचन के दौरान अपने साथी रामकुमार के साथ जेल से फरार हो गया था। घटना के 15 दिन बाद पुलिस व एसटीएफ ने रामकुमार को गिरफ्तार कर लिया था।
कुख्यात प्रवीण बाल्मीकि गैंग का गुर्गा पंकज तब से लगातार फरार चल रहा था। उस पर 50 हजार का ईनाम घोषित किया गया था। लगातार उसकी तलाश में जुटी पुलिस टीम द्वारा लीड मिलने पर सरस्वती विद्या मंदिर भेल सेक्टर-2 से काली माता मंदिर जाने वाली सड़क के पास चेकिंग अभियान चलाया जा रहा था। इसी दौरान एचआरडीसी चौक की तरफ से आए पंकज ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने जवाबी फायरिंग की तो पैर में गोली लगने से वह घायल हो गया। जिसकी पहचान जेल से फरार हुए पंकज के रूप में हुई।
पुलिस टीम में रानीपुर कोतवाली प्रभारी कमल मोहन भण्डारी, एसएसआई मनोहर सिंह रावत, एसआई विकास रावत, एएसआई नन्दकिशोर, हेडकांस्टेबल गोपीचंद, कांस्टेबल अर्जुन सिंह, मन्जीत सिंह, एसटीएफ एसआई नरोत्तम बिष्ट, एएसआई हितेश कुमार, हेडकांस्टेबल अनूप भाटी, कांस्टेबल देवेन्द्र कुमार, अनिल कुमार शामिल रहे।