दीपक मिश्रा
उत्तराखंड संस्कृत विद्यालय महाविद्यालय प्रबंधकीय शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ जनार्दन प्रसाद कैरवान को निदेशक संस्कृत शिक्षा द्वारा दिए गए नोटिस को लेकर प्रदेश महामंत्री डॉ नवीन पंत ने गैरजरूरी करार दिया।
उन्होंने कहा कि संस्कृत शिक्षा विभाग कर्मचारियों के लिहाज से बहुत ही छोटा विभाग है यहां विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक बहुत ही अल्प मानदेय पर काम करते हैं ये शिक्षक ही विद्यालयों -महाविद्यालयों का प्रधानाचार्य से लेकर के कक्षा संचालन का कार्य कर रहे हैं साथ ही प्रवेश, परीक्षा जैसे कार्यों का सम्पादन करते हैं प्रदेश अध्यक्ष डॉ कैरवान ने प्रदेश की तमाम समस्याओं को इंगित करते हुए सोशल मीडिया पर अपना मंतव्य लिखा था इस विषय को लेकर के शीघ्र ही निदेशक संस्कृत शिक्षा से मिलकर बात की जाएगी तथा संस्कृत की तमाम समस्याओं के समाधान को लेकर एक निष्कर्ष तक पहुंच जाएगा जिस उद्देश्य को लेकर के प्रदेश सरकार हर मंच पर संस्कृत के विकास को लेकर के चिंता जाहिर करती है वह सभी कार्य धरातल पर उतारने के लिए संस्कृत शिक्षा विभाग के निदेशक एवं अन्य पदाधिकारी को सतत प्रयास करना होगा।