दीपक मिश्रा
हरिद्वारः
श्री पंचदशनाम जूना अखाड़े की पवित्र छड़ी यात्रा को शुक्रवार को शुभ मुहूर्त में जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर श्री महंत अवधेशानंद गिरि जी महाराज ने माया देवी मंदिर तथा श्री आनंद भैरव मंदिर में पूजा अर्चना के पश्चात उत्तराखंड के समस्त पौराणिक तीर्थों के लिए रवाना किया।
पवित्र छड़ी यात्रा का अनेक स्थानों पर स्वागत किया गया।
पवित्र छड़ी यात्रा जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक तथा अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री श्रीमहंत हरि गिरि महाराज की अध्यक्षता, मार्गदर्शन व निर्देशानुसार निकाली जा रही है। यह पवित्र छड़ी यात्रा प्रमुख छड़ी महंत हिमालय पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर वीरेंद्र आनंद गिरि महाराज के नेतृत्व में पूरे उत्तराखंड में भ्रमण करेगी
इस अवसर पर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज ने कहा कि उत्तराखंड के हर क्षेत्र का विकास हो व लोगों को रोजगार मिले, उपेक्षित तीर्थ स्थलों का जीर्णोद्धार हो और उनका प्रचार-प्रसार कर उत्तराखंड में पर्यटन को बढ़ावा मिले, इस उद्देश्य से ही हर साल इस यात्रा का आयोजन किया जा रहा है।
श्रीमहंत हरि गिरि महाराज ने कहा कि उत्तराखंड की सुख-समृद्धि, विकास, सीमावर्ती क्षेत्र के विकास के साथ दुर्गम क्षेत्रों में उच्च शिक्षण संस्थान, सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल स्थापित किए जाने के उद्देश्य से यह यात्रा की जा रही है। इन सुविधाओं के मिलने से जहां क्षेत्र का पलायन रुकेगा, वहीं सीमांतवर्ती क्षेत्र की सीमाओं की सुरक्षा होगी तथा स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे।
महंत रवींद्र पुरी महाराज ने कहा कि उत्तराखंड के विकास के लिए यहां से होने वाले पलायन पर अंकुश लगाना जरूरी है। पवित्र छड़ी यात्रा लोगों के साथ सरकार को भी जागरूक करेगी ताकि उत्तराखंड में विकास की गंगा बहे और यहां से होने वाला पलायन रुके।
महंत विरेंद्रानंद गिरि महाराज ने कहा कि पवित्र छड़ी के माध्यम से उत्तराखंड के उपेक्षित पौराणिक तीर्थ को पुनर्स्थापित करने का प्रयास किया जा रहा है। उपेक्षित पौराणिक तीर्थ का जीर्णोद्धार होने से विकास से वंचित क्षेत्रों का भी विकास हो सकेगा।
श्रीमहंत नारायण गिरि महाराज ने कहा कि श्रीमहंत हरि गिरि महाराज ने सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामयाः की भावना के साथ पवित्र छड़ी यात्रा को पुनः शुरू कराया है।
माया देवी मंदिर से ऋषिकेश के लिए रवाना होने के पश्चात छड़ी यात्रा का गोकर्ण आश्रम, भल्ला गिरि आश्रम व स्वतंत्र पुरी आश्रम में स्वागत हुआ। शुक्रवार को पवित्र छड़ी यात्रा ऋषिकेश में तारादेवी मंदिर, त्रिवेणी घाट, दुर्गा मंदिर, दत्तात्रेय मंदिर, मायाकुंड, भरत मंदिर पहुंची। सभी जगह पवित्र छड़ी यात्रा का हजारों संतों व भक्तों ने स्वागत किया। गंगा की पूजा-अर्चना के पश्चात यात्रा ने रात्रि विश्राम ऋषिकेश में ही किया।
इस पवित्र छड़ी यात्रा में लगभग सौ नागा संन्यासियों का जत्था जा रहा है।
इस अवसर पर
जूना अखाड़े के महामंत्री श्रीमहंत महेश पुरी महाराज, श्रीमहंत शैलेंद्र गिरि महाराज, वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्रीमहंत केदारपुरी महाराज, मंत्री व दिल्ली संत महामंडल के संगठन मंत्री श्रीमहंत कंचन गिरि महाराज, श्रीमहंत महाकाल गिरि महाराज, जूना अखाड़ा माई बाड़ा की राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत अन्नपूर्णा पुरी महाराज, महामंडलेश्वर ललित आनंद गिरि महाराज, श्रीमहंत आदित्य गिरि महाराज, श्री महंत पशुपति गिरि महाराज, आदिने भाग लिया।
कल 4 अक्टूबर शनिवार को प्रतीक्षा यात्रा अपने प्रथम चरण में लाखामंडल होते हुए चारों धाम की यात्रा के लिए प्रस्थान करेगी।