व्यापारियों व स्थानीय नागरिकों द्वारा पब्लिक रैपिड टूरिस्ट रूट का किया विरोध।

दीपक मिश्रा

व्यापारियों व स्थानीय नागरिकों द्वारा पब्लिक रैपिड टूरिस्ट रूट का किया विरोध।
अपर रोड पर कुंभ मे अखाड़ों की शाही जुलूस कैसे निकलेंगे?…
सड़क के दोनों तरफ अंदर ग्राउंड बिजली का लाइन पानी की लाइन सीवर लाइन गैस पाइपलाइन ओ एफ सी० दूरसंचार लाइन व बीचो बीच ग्राटं टूक सीवर की बड़ी लाइन है।
व्यापारियों व स्थानीय नागरिकों को उजाड़ कर शहर का श्मशान बनाने का विरोध।
विकास के नाम पर विनाश नहीं चाहिए।
प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के बेनरतले व्यापारियों ने आज अपर रोड पर उक्त प्रोजेक्ट का विरोध करते हुए प्रदेश सरकार से मांग की उक्त प्रोजेक्ट को अपर रोड़ जीरो जोन क्षेत्र से बाहर किया जाये।
जिलाध्यक्ष डॉ० नीरज सिंघल ने विरोध प्रदर्शन के दौरान कहां उक्त प्रकार के प्रोजेक्ट अभी पूरे भारत में कहीं नहीं आया है बड़े शहरों में मेट्रो सिटी जहां पर यह प्रोजेक्ट लगने चाहिए शहर की पोराणिकता को समाप्त कर श्मशान बनाने की साजिश का हम पूर्ण विरोध करते हैं इस प्रोजेक्ट को क्षेत्र से बाहर किया जाये।
जिला महामंत्री संजय त्रिवाल ने अपने विरोध में कहा कि अपर रोड पर अर्ध कुम्भ व कुम्भ मेला ही नहीं अपितु पूरे वर्ष बड़े-बड़े धार्मिक जलूस निकलते हैं जिसमे बहुत उची उची धर्म पताकाऐ निकलती है धार्मिक गुरुजन के बड़ी 2 सिंहासन विराजमान होते है यदि सड़कों के बीचो बीच वह दोनों साइड मैं उक्त प्रोजेक्ट के पिलर खड़े होंगे तो जगह कहां बचेगी तथा एक ऊंचाई निसचित होने पर शाही जुलूस कैसे निकलेंगे इस प्रोजेक्ट को बनाने में दोनों तरफ के आवासीय व व्यवसायिक भवनों को तोड़ा जाएगा जिससे इसका का धार्मिक स्वरूप तो समाप्त होगा कि विस्थापन उजाडे गए व्यापारियों को आत्महत्या कर मजबूर होना पड़ेगा हरिद्वार में पहले हुए विवस्थापन इसके गवाह हैं हर की पौड़ी क्षेत्र शांतिनिकेतन गंगा बिल्डिंग गुरुद्वारा ज्ञान गोदड़ी चित्रा टॉकीज के सामने के लोग उजाडे जाने के बाद आज तक स्थापित नहीं सके हम विकास के विरोधी नहीं है लेकिन विनाश के समर्थक भी नहीं है?
संरक्षक तेज प्रकाश साहू ने अपने संबोधन में कहा आज हम अपने आप को विकसित समझते हैं कि विकास के नाम पर जिस प्रकार बात करते हैं लेकिन बसे बसाऐ को हम उजाड़ने मे जरा सा भी परहेज नहीं करते विस्थापन व दर्द है जो कि मनुष्य को नपुंसक बनाकर घुट घुट कर मरने को मजबूर करता है यही व्यक्ति को अपराध की दुनिया की ओर धकेलता हैं
हरिद्वार के विषम भागोलिक परिस्थितियों अन्य बडे शहरों से भिन्न है। काशी प्रयागराज उज्जैन मथुरा मैं चारों तरफ बहुत तयात मे जमीन उपलब्ध हैं लेकिन हरिद्वार जैसा छोटा सा शहर जो कि मुख्यत हर की पौड़ी से लेकर रेलवे स्टेशन के डेढ़ किमी क्षेत्र बसता है उसे कुछ तथा कथित स्वार्थी आर्थिक लाभ के लिए शमशान बनाने पर तुले हैं यह क्षेत्र भी केवल लंबाई मैं है एक फिर तरफ शिवालिक पर्वतमाला दूसरी तरफ मां गंगा है उक्त तथा कथित प्रोजेक्ट के कारण तोड़े जाने वाले क्षेत्र के बाद यहां क्या बचेगा?…
विनय त्रिवाल,पं० प्रदुमत्र भगत गोपाल दास सुनील कुमार पवन सुखीजा गगन गुगनानी अजय रावल विशाल माहेश्वरी राजेश अग्रवाल सूरज कुमार सुरेश शाह संजीव सक्सेना,आनंद फौजी राजीव शर्मा महेश कुमार,अमन कुमार साहिल शर्मा,धर्मेंद्र शाह।
संजय त्रिवाल
प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल हरिद्वार

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