डिजिटल क्रांति की ओर इशारा

दीपक मिश्रा

 

हरिद्वार-14 जून एक आम व्यक्ति की जिंदगी मे मोबाईल की बढती दखल तथा डिजिटल माध्यम के उपयोग का बढता चलन डिजिटल क्रान्ति की ओर ईशारा है। डिजिटल माध्यम एक आम-आदमी की मुश्किलें कम करने का सफल साधन सिद्व हुआ है। देश मे डिजिटल साधनों के उपयोग से तकनीकी दायरा तथा सतत विकास मे सुधार किये जाने की जरूरत अनुभव की जा रही है। गुरुकुल कांगडी समविश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो0 सुनील कुमार ने शिक्षा मे डिजिटल पहल विषय पर आयोजित कार्यशाला एवं वेबिनार मे बतौर मुख्य वक्ता यह बात कही। उन्होने कहाॅ कि कोविड-19 की स्थिति मे देश यदि डिजिटल माध्यम का उपयोग नही करता तो स्थिति भयावह हो सकती थी। कहाॅ कि डिजिटल पहल का शिक्षा मे बढता उपयोग छात्रों एवं शिक्षकों के लिए एक बेहतर अवसर लेकर आया है। आज एक शिक्षक देश के दूसरे कोने मे बैठे विशेषज्ञ से डिजिटल माध्यम द्वारा समाधान प्राप्त कर सकता है वही छात्र डिजिटल उपयोग से अन्य शिक्षण संस्थानों के उपयोगी पाठयक्रम एवं घर बैठा कम इन्वेस्टमेंट मे बेहतर सुविधा तथा टेªनिंग प्राप्त कर सकता है। व्यक्ति के विकास मे डिजिटल साधनो की बढती दखल डिजिटल क्रान्ति के युग का सूत्रपात है। गुरुकुल कांगडी समविश्वविद्यालय के योग एवं शारीरिक शिक्षा संकाय के अन्तर्गत शारीरिक शिक्षा एवं खेल विभाग मे एन0सी0टी0ई0, नई दिल्ली के निर्देशन मे दयानंद स्टेडियम परिसर मे आज 14 जून 2023 को अपराहन 3ः30 बजे कार्यशाला का शुभारम्भ किया गया। प्रो0 सुनील कुमार ने कहाॅ कि शिक्षा मे डिजिटल साधनों की बढती जरूरत तथा समस्या समाधान मे बढती उपयोगिता छात्रों के लिए नई ऊर्जा की किरण बनकर आई है। जिसके लिए व्यापक स्तर पर डिजिटल माध्यमों का प्रचार-प्रसार किया जाना जरूरी है। आने वाला युग देश मे डिजिटल माध्यम से पहचान बनाकर विश्व के सामने एक सशक्त उदाहरण बनने की दिशा मे प्रशस्त है।
कार्यशाला के उदघाटन सत्र मे संकायाध्यक्ष प्रो0 सुरेन्द्र कुमार ने कहाॅ कि छात्रों के शिक्षण एवं अनुसंधान कार्यक्रमों मे पुस्तक एवं जर्नलस महत्वपूर्ण है। जिसे डिजिटल युग ने मोबाईल द्वारा गुगल के माध्यम से इनकी उपलब्धता कराकर समस्या का समाधान करने मे सराहनीय भूमिका निभाई है। कार्यक्रम का संचालन कर रहे एसोसिएट प्रोफेसर डाॅ0 शिवकुमार चैहान ने कहाॅ कि भारत के दो मजबूत आधार स्तम्भ अर्थव्यवस्था तथा शिक्षा है। जिन पर डिजिटलाईजेशन मे तकनीकि मांग बढने तथा बेहतर संसाधनों की उपयोगिता महसूस की जा रही है। कहाॅ कि शिक्षा मे डिजिटल उपयोग एक बेहतर पहल बनकर उभरा है। प्रभारी, शारीरिक शिक्षा एवं खेल डाॅ0 अजय मलिक ने खेलो तथा शिक्षा मे डिजिटल साधनों को समय की कसौटी पर कसने की जरूरत बताई। इस अवसर पर डाॅ0 कपिल मिश्रा, डाॅ0 अनुज कुमार, डाॅ0 प्रणवीर सिंह, शोध छात्र दीपक प्रकाश, अरूण नागर, अनुज कुमार, प्रदीप कुमार, विशाल गुप्ता, विनीत वर्मा सहित एम0पी0एड0 तथा बी0पी0एड0 के छात्र एवं अन्य शिक्षण संस्थाओं के शिक्षक एवं छात्र आॅन-लाईन तथा आॅफ-लाईन उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डाॅ0 शिवकुमार चैहान द्वारा तथा धन्यवाद ज्ञापन डाॅ0 अजय मलिक द्वारा प्रस्तुत किया गया।

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