दीपक मिश्रा
होम्योपैथी विशेषज्ञों की कांफ्रेंस में रिसर्च और अनुसंधान को साझा कर अवार्ड से किए सम्मानित
— होम्योपैथी कांफ्रेंस में डॉ पवन सिंह को होम्यो गौरव अवार्ड, प्रो बीएन सिंह को होम्यो रत्न से किया सम्मानित
हरिद्वार। उत्तराखंड में नेशनल होम्यो फ्रेंडस की ओर से साइंटिफिक कांग्रेस एंड अवार्ड सेरेमनी के आयोजन में बतौर मुख्य अतिथि उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दिनेश शास्त्री ने कहा कि देश में तमाम पैथियों से हर मर्ज का इलाज संभव है और सभी पैथियों के डॉक्टरों को एकमंच पर आकर सघन बीमारियों के इलाज पर चर्चा करनी चाहिए। इस दौरान होम्योपैथी के विशेषज्ञों को विभिन्न अवार्डों से सम्मानित किया।
वानप्रस्थ आश्रम के स्वामी नारायण सभागार में नेशनल होम्यो फ्रेंडस की ओर से साइंटिफिक कांग्रेस एंड अवार्ड सेरेमनी में विशेषज्ञ डॉक्टरोें ने अपने अनुभव एवं रिसर्च को साझा किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दिनेश शास्त्री ने होम्योपैथी की विशेषताओं के प्रचार प्रसार पर जोर दिया। चुरू राजस्थान से डॉ अमर सिंह शेखावत, दिल्ली से डॉ एके गुप्ता ने कहा कि होम्योपैथी में अभी रिसर्च की बड़े स्तर पर जरूरत है। इसके लिए अन्य पैथियों की भांति अच्छे अनुसंधान संस्थानों के साथ आपसी समन्वय की जरूरत है। इस दौरान सेरेमनी में विशेष कार्य करने वालों में कांफ्रेंस आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉ पवन सिंह को होम्यो गौरव से सम्मानित किया गया। डॉ पवन सिंह ने बताया कि होम्योपैथी से सघन बीमारियों का उपचार संभव है। इस दौरान लखनऊ से पूर्व निदेशक होम्योपैथी उत्तर प्रदेश सरकार के प्रो बीएन सिंह को होम्यो रत्न, दिल्ली के डा एके गुप्ता को होम्यो भूषण, हरिद्वार के डॉ बीआर धनकड़ को डॉ एएन मुखर्जी मैमोरियल नेशनल अवार्ड के साथ अन्य विशेषज्ञ डॉक्टरों को भी विशेष सम्मान से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में हरिद्वार के समाजसेवा कर रहे समाजसेवी जगदीश लाल पाहवा, डॉ विशाल गर्ग, उद्यमी नरेश जैनर, नारायण आहूजा, विश्वास सक्सेना, डॉ मधुसूदन अग्रवाल, नारायण आहूजा, विपिन गुप्ता आदि को सम्मानित किया। लविना सिंह, एडवोकेट ऋतु सिंह, अंबिका सिंह ने अतिथियों का स्वागत किया। संचालन डॉ गिरराज सिंह ने किया।
इस मौके पर हरिद्वार के जिला होम्योपैथी अधिकारी डॉ विकास ठाकुर, गोरखपुर से डॉ एमपी सिंह, रूद्रपुर से डॉ अजय विश्वकर्मा, देहरादून से डॉ शैलेंद्र कौशिक, डॉ ममता पंकज, डॉ निशांत श्रीवास्तव, बनारस से डॉ पीके मुखर्जी, डॉ दीपक शर्मा, कुशीनगर से डॉ अरुण गौतम, मुरादाबाद से डॉ एमपी सिंह, डॉ भास्कर शर्मा, डॉ राजेश गुप्ता, डॉ विजेंद्र प्रताप सिंह, डॉ सुप्रिया सिंह, डॉ सुप्रिया सिंह, डॉ टीएन गंगवार, डॉ ओपी श्रीवास्तव, डॉ नीलम ज्योति, डॉ अजय प्रजापति, डॉ केएल सोनकर, डॉ रजनी सिंह, डॉ हर्षित सिंह आदि विशेषज्ञ शामिल हुए।