दीपक मिश्रा
समापन सत्र में एनएसएस वाटिका का लिया उद्धघाटन, जनजागरूक्ता अभियानों एवम युवा सर्वेक्षण के लिए सभी स्वयंसेवको को किया सम्मानित ।
गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई चार द्वारा आयोजित सात दिवसीय विशेष शिविर का विधिवत समापन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 सोमदेव शतांशु ने किया। सातवे एवम अंतिम दिन की दैनिक योग से हुई। उसके बाद स्वयंसेवको ने अभिगृहित मलिन बस्ती में जाकर युवा सर्वेक्षण कार्य किया। इस दौरान स्वयंसेवको के दूसरे दल ने बस्ती में जाकर नशा उन्मूलन अभियान के अंतर्गत जनजागरूकता रैली निकली एवं लोगो को नशा न करने लिए प्रेरित किया। स्वयं सेवको ने एक दल ने एन0एस0एस0 वाटिका का कार्य किया, जिसका उद्धघाटन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो० सोमदेव शतांशु ने किया। बौद्धिक सत्र के विशेष सत्र नशा मुक्त भारत पर केंद्रित था। कुलपति प्रो0 सोमदेव शतांशु ने स्वयंसेवको को सम्बोधित करते हुए कहा कि युवा किसी भी राष्ट्र की ऊर्जा होते हैं तथा युवाओं की शक्ति का समाज एवं देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान है। यह अति आवश्यक है कि नशामुक्त भारत अभियान में सर्वाधिक संख्या में युवा जुड़े। प्रो0 विपुल शर्मा ने स्वयंसेवको को सम्बोधित करते हुए कहा कि नशा किसी भी परिवार एवं समाज के लिए अभिशाप है। योग एवं यज्ञ से शरीर दोषमुक्त होता है। उन्होंने स्वयंसेवको से नशे के खिलाफ जनजागरूक अभियान चलाने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम का सञ्चालन करते हुए डॉ0 धर्मेंद्र बालियान छात्रों को फिट इंडिया कार्यक्रमों ने प्रतिभाग करने के लिए प्रेरित किया। एन0 एस0 एस0 कार्यक्रम अधिकारी डॉ0 मयंक पोखरियाल ने कुलपति के सम्मुख विगत सात दिन में किए कार्यों की रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि सात दिवसीय शिविर के दौरान एनएसएस स्वयंसेवको के समग्र व्यक्तित्व विकास एवं समुदायक सेवा के लिए विभिन्न परियोजना कार्य जैसे 500 पौधों की एन0एस0एस0 वाटिका निर्माण, 500 से अधिक पेड़ो में नियमित पानी डालना, परिसर की नियमित सफाई , युवा सर्वेक्षण के तहत बजरीवाला बस्ती के 300 से अधिक परिवारों तक पहुंचकर शिक्षा , स्वच्छता , नशा उन्मूलन, पर्यावरण , गंगा घाट सफाई , डिजिटल लिटरेसी, डिजिटल इंडिया , फिट इंडिया , कैशलेस इंडिया , शिक्षा , मतदाता जागरूकता, रक्तदान आदि के लिए अभियान चलाकर जागरूक एवं प्रेरित किया। विश्वविद्यालय के कुलपति सोमदेव शतांशु ने सभी स्वयंसेवको को महर्षि दयानंद द्वारा लिखित पुस्तक सत्यार्थ प्रकाश एवम आचार्य बालकृष्ण द्वारा लिखित पुस्तक यज्ञ एवम योग चिकित्सा पुस्तक देकर सम्मानित किया। इस दौरान उन्होंने एनएसएस इकाई चार के कार्यों एवम प्रयासों को सराहा। कुलपति प्रो० सोमदेव शतांशु, संकायाध्यक्ष प्रो० विपुल शर्मा ने यांत्रिकी के शिक्षक योगेश कुमार एवम एनएसएस अनुसेवक रोहित पाल , स्वयंसेवक सुब्रत, विजय कुमार सिंह , शुभम , अभिषेक, ध्रुव, पंकज, संजीव ,अयान, सिद्धार्थ, सूरज, सुधांशु, उमेर, विवेक, शौर्य, सुनील, शिवम, हर्ष तोमर, आशीष मधूप, सौरभ, सुमित, आनंद, निलेश, निखिल, दिलकुश, चंदन, अंकित, मृणाल, विश्वास आदि को सत्यार्थ प्रकाश पुस्तक देकर सम्मानित किया।