दीपक मिश्रा
आज विश्व थैलीसीमिया दिवस पर इ एम ए द्वारा बालाजी इंस्टीट्यूट ऑफ अल्टरनेटिव मेडिकल साइंस एंड कैंसर रिसर्च सेंटर अलीपुर आनन्द नगर बहादराबाद में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर आयोजित किया गया जिसका उद्घाटन इ एम ए इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा के पी एस चौहान ने किया। थैलीसीमिया दिवस पर सम्बोधित करते हुए डॉ चौहान ने कहा कि थैलेसीमिया एक वंशानुगत यानी, माता-पिता से जीन के माध्यम से बच्चों में होने वाला रक्त विकार है, इस रोग में, शरीर हीमोग्लोबिन नामक प्रोटीन, जो लाल रक्त कोशिकाओं का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, पर्याप्त मात्रा में नहीं बनाता है और रक्त की निरंतर कमी होती जाती है।
इस अवसर पर डॉ चौहान ने कहा कि अपने रक्त का दान करना, किसी दूसरे का जीवन बचाना है। रक्तदान से बड़ा कोई दान नहीं है। रक्तदान शिविर में 75 लोग पहुंचे जिसमें केवल 40 लोगों का ही रक्त लिया गया और 35 लोगों का हीमोग्लोबिन सामान्य से कम रहने के कारण उनका रक्त नही लिया गया उनको हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए आवश्यक पोषक तत्वों को अपने भोजन में शामिल करने की सलाह दी गई। डॉ चौहान ने कहा कि लोगों को अपने दैनिक भोजन पर भी ध्यान रखना चाहिए जिससे उनके शरीर के रक्त में हिमोग्लोबिन की मात्रा नियमित रह सके । रक्तदान करने वाले रक्त वीरों को जनता चेरिटेबल ब्लड सेंटर रुड़की के निदेशक दीक्षित सैनी एवं इ एम ए इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा के पी एस चौहान ने मेडल एवं सम्मान पत्र व स्मृति चिन्ह प्रदान किए ।