दीपक मिश्रा
हरिद्वार/ कृष्णा नगर रामलीला कमेटी द्वारा कृष्णा नगर रामलीला मैदान में आयोजित रामलीला के दूसरे दिन सीता जन्म और ताड़का वध का सुंदर मंचन किया गया। राजा जनक को जानकारी प्राप्त होती है कि उनके राज्य में सूखा पड़ा हुआ है। सूखे को दूर करने के लिए वह सोने का हल खेत में चलाते हैं। इस दौरान उन्हें धरती से एक कन्या मिलती है। जिसका नाम सीता रखा जाता है। वहीं अयोध्या में राजा दशरथ के दरबार में गुरु विश्वामित्र आते हैं और राक्षसों द्वारा उनके यज्ञ और धार्मिक अनुष्ठानों में विघ्न की सूचना देते हैं। गुरु विश्वामित्र राक्षसों से लड़ने के लिए राम लक्ष्मण को ले जाने के लिए राजा दशरथ पर दबाव बनाते हैं। जिसे भारी मन से राजा दशरथ मान लेते हैं और राम लक्ष्मण को वनों में भेजते हैं। जहां उनकी लड़ाई ताड़का से होती है। लड़ाई में ताड़का और उसके सहयोगी राक्षस मारे जाते हैं।