दीपक मिश्रा
हरिद्वार/ धर्मनगरी के गुरुद्वारों में शहीदी सप्ताह मनाया जा रहा है। गुरुद्वारों में गुरु गोबिंद सिंह के चार साहिबजादे बाबा अजीत सिंह, बाबा जुझार सिंह, बाबा जोरावर सिंह, बाबा फतेह सिंह और माता गूजरी कौर की याद में कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। भेल गुरु नानक दरबार गुरुद्वारा, सिंह सभा गुरुद्वारा ज्वालापुर, गोल गुरुद्वारा, सिंह सभा गुरुद्वारा ललतारौ पुल, निर्मल संतपुरा गुरुद्वारे में रोजाना जपजी पाठ, सुखमनी साहिब पाठ और चौपाई साहिब के पाठ हो रहे हैं। साथ ही स्थानीय संगत द्वारा शब्द गाकर श्रद्धांजलि दी जा रही है। इस दौरान कथावाचक शहीदी सप्ताह की कथा सुनाकर संगत को निहाल कर रहे हैं। निर्मल संतपुरा गुरुद्वारे में छोटे नेत्रहीन बच्चे वरिंदर सिंह ने शब्द गाकर सुनाए। कथावाचक संत बलजिंदर सिंह शास्त्री ने गुरु गोबिंद सिंह के आनंदपुर साहिब छोड़ने और आगे की कथा सुनाई साथ ही चार साहिबजादों की जीवन पर प्रकाश डालते हुए उस दौरान की धर्म को बचाने के लिए एक सप्ताह तक रोजाना लड़े गए युद्ध की कथा सुनाई। रोजाना एक सप्ताह तक कथा का श्रवण संगत करेगी।
संत जगजीत सिंह शास्त्री ने कहा कि यह सप्ताह बहुत ही पवित्र सप्ताह है। सभी को गुरुद्वारे या घर में पाठ करना चाहिए। गुरु गोबिंद सिंह का पूरा परिवार धर्म की रक्षा के लिए शहीद हो गया। अपने इतिहास और गुरु की शहीदी को नहीं भूलना चाहिए।
भेल गुरुद्वारे के प्रधान सुदीप सिंह सलूजा ने बताया कि 25 दिसंबर को गुरुद्वारे में दीवान सजाया जाएगा। जिसमें स्थानीय संगत और पांवटा साहिब के रागी जत्था द्वारा शब्द कीर्तन किया जाएगा। बाबा पंडत ने बताया कि 26 दिसंबर को सफर ए शहादत नगर कीर्तन प्रेमनगर चौक से गुरुनानक घाट और 29 दिसंबर को विशाल नगर कीर्तन पुरकाजी से भेल गुरुद्वारे तक निकाला जाएगा। इस अवसर पर ज्ञानी पंकज सिंह, परमजीत सिंह, कुलदीप सिंह, सिमरन कौर, हरविंदर सिंह, सरबजीत कौर, महिंद्र सिंह, उज्जल सिंह सेठी, हरभजन सिंह, गुरविंदर सिंह, इंदरजीत सिंह बिट्टू, मंजीत सिंह, सुरजीत सिंह आदि उपस्थित रहे।