दीपक मिश्रा
गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग कैंपस में भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती को जनजातीय गौरव वर्ष के रूप में मनाने के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए। यह आयोजन अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) और युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय के दिशा-निर्देशन में किए गए।
कार्यक्रम का शुभारंभ संकायाध्यक्ष प्रो. विपुल शर्मा द्वारा भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि अर्पित कर किया गया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि जनजातीय गौरव दिवस का मुख्य उद्देश्य स्वतंत्रता सेनानी भगवान बिरसा मुंडा और अन्य जनजातीय स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को सम्मान देना है।
इस अवसर पर प्रो. एम. एम. तिवारी ने भगवान बिरसा मुंडा के आदर्शों को प्रेरणादायक बताया। उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से जनजातीय समाज की कला, परंपरा और सांस्कृतिक धरोहर को जानने और समझने का अवसर मिलता है।
एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. मयंक पोखरियाल ने भगवान बिरसा मुंडा के नेतृत्व में हुए उलगुलान आंदोलन की चर्चा करते हुए उनके योगदान को याद किया। वहीं, अन्य इकाई के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अश्वनी ने बताया कि इस अवसर पर भगवान बिरसा मुंडा के जीवन पर आधारित एक ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी का भी आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में डॉ. प्रशांत कौशिक, डॉ. लोकेश जोशी, राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) के स्वयंसेवक और छात्रों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। कुलसचिव प्रो. सुनील कुमार और प्रो. हेमलता के. ने सफल आयोजन के लिए संकाय और एनएसएस इकाई को बधाई दी।