नागरिक उड्डयन विभाग के कार्यक्रम हेतु संबोधन के प्रमुख बिंदु

दीपक मिश्रा

 

भारत माता की जय
भारत माता की जय

मंचासीन अतिथिगण..

सर्वप्रथम मैं, हमारे राज्य में हवाई कनेक्टिविटी को नया आयाम देने वाले इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में वर्चुअल माध्यम से जुड़े आप सभी महानुभावों का हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन करता हूँ।

मेरे लिए ये अत्यंत हर्ष का विषय है कि आज हम “उड़ान” योजना के अंतर्गत देहरादून से नैनीताल तथा देहरादून से बागेश्वर के साथ-साथ हल्द्वानी से बागेश्वर के बीच हेली सेवाओं का शुभारंभ करने जा रहे हैं।

ये तीनों योजनाएं हमारे राज्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि इनसे जहां एक ओर राज्य में पर्यटन एवं आर्थिक विकास को गति मिलेगी वहीं बेहतर कनेक्टिविटी द्वारा स्थानीय निवासियों के जीवन में भी सकारात्मक बदलाव आएगा।

भाइयों बहनों, बागेश्वर और नैनीताल न केवल हमारे राज्य के प्राचीन नगर हैं, बल्कि सांस्कृतिक और आध्यात्मिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।

इन क्षेत्रों की प्राकृतिक सुंदरता, शांत वादियाँ, हरे-भरे पहाड़, ऐतिहासिक मंदिर और समृद्ध संस्कृति देश और दुनिया भर के पर्यटकों को आकर्षित करती हैं।

नैनीताल, जिसे ऋषियों की तपोभूमि माना जाता है, अपनी मनोरम झीलों, नयना देवी शक्तिपीठ और कैंची धाम जैसे प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों के लिए प्रसिद्ध है।

वहीं, सरयू और गोमती नदी के पावन संगम पर स्थित बागेश्वर का क्षेत्र, पवित्र बागनाथ मंदिर और प्रसिद्ध उत्तरायणी मेले के लिए जाना जाता है।

इस हेली सेवा की शुरुआत से अब इन क्षेत्रों की प्राकृतिक और सांस्कृतिक धरोहरों का आनंद लेने वाले पर्यटक यहां और भी आसानी से पहुँच सकेंगे।

वर्तमान में देहरादून से इन स्थानों पर पहुंचने में लगभग 8 से 10 घंटे लगते हैं, इस सेवा के प्रारंभ होने से अब ये यात्रा करीब 1 घंटे की हो जाएगी।

जिससे किसी इमरजेंसी की स्थिति में इन क्षेत्रों में रहने वाले हमारे लोगों को बहुत सहायता मिल सकेगी।

मैं, सभी क्षेत्रवासियों एवं प्रदेश वासियों को इन सेवाओं का शुभारंभ होने पर हार्दिक बधाई देता हूँ और आशा करता हूँ कि ये कदम हमारे पर्वतीय क्षेत्र के विकास में मील का पत्थर साबित होगा।

भाइयों बहनों, आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने कुछ वर्ष पूर्व आम आदमी को भी हवाई यात्रा करने में सक्षम बनाने के उद्देश्य से *उड़ान* जैसी दूरदर्शी योजना प्रारंभ की थी।

इस योजना ने हमारे प्रदेश में हवाई संपर्क को मज़बूत करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

जिसके अंतर्गत हमने राज्य के कई हिस्सों में हवाई पट्टियों और हेलीपोर्ट्स का विकास किया है

आज राज्य में 18 हेलीपोर्ट्स से हेली सेवाओं के संचालन की दिशा में कार्य किया जा रहा है, जिनमें से अब तक 12 हेलीपोर्ट्स पर सेवाएं सफलतापूर्वक प्रारंभ की जा चुकी हैं।

इन हेली सेवाओं से अब तक गौचर, श्रीनगर, चिन्यालीसौड़, हल्द्वानी, मुन्स्यारी, पिथौरागढ़, पंतनगर, चंपावत और अल्मोड़ा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों को सफलतापूर्वक जोड़ा जा चुका है।

और आज नैनीताल और बागेश्वर भी हेली सेवाओं से जुड़ने जा रहे हैं।

यही नहीं, हम आने वाले समय में राज्य के अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों को भी हेली सेवाओं से जोड़ने हेतु प्रयासरत हैं।

हेली सेवाएं राज्य में न केवल आवागमन को सुगम बनाएंगी, बल्कि दैवीय आपदा के समय राज्य के दूरस्थ और दुर्गम क्षेत्रों के लिए भी एक जीवनरेखा के रूप में भी कार्य करेंगी।

भाइयों बहनों, हमारी सरकार राज्य में हवाई संपर्क को और अधिक सशक्त बनाने के लिए घरेलू उड़ानों को बढ़ावा देने के साथ – साथ उत्तराखंड को वैश्विक स्तर पर एक प्रमुख गंतव्य के रूप में स्थापित करने के उद्देश्य से अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों के विस्तार के लिए भी लगातार प्रयासरत है।

मुझे पूर्ण विश्वास है कि आने वाले समय में वायु यातायात के क्षेत्र में देवभूमि उत्तराखंड पूरे देश में अपना एक विशिष्ट स्थान बनाने में सफल रहेगा।

इन्हीं शब्दों के साथ, आप सभी को इन नई हेली सेवाओं के प्रारंभ होने की बधाई देते हुए मैं, अपनी बात समाप्त करता हूँ।

धन्यवाद।

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