दीपक मिश्रा
गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय, हरिद्वार के पेंशनर्स मुसीबत में जीने को मजबूर हैं। मई 2023 को आधी पेंशन मिली थी, इसके पश्चात पिछले चार महीने से अधिक बीत गए लेकिन गुरुकुल प्रशासन पेंशनर्स को पेंशन देने में असमर्थ रहा। सेवा निवृत्त कर्मचारियों के पूछने पर प्रशासन यह भी बताने में असमर्थ है कि आखिर पेंशन क्यों नहीं मिल रही है। गुरुकुल प्रशासन पेंशनर्स को मेडिकल की सुविधा भी काट चुका है। आज पेंशनर्स की कार्यकारिणी की आपातकालीन बैठक विश्वविद्यालय के प्रबन्धन विभाग में आयोजित की गई, जिसमें तय किया गया कि पिछले पत्रों को रिमाइंडर के रूप में लगाकर इस विषय में प्रधानमंत्री, सांसदों, विश्व विद्यालय अनुदान आयोग, शिक्षा मंत्रालय, विरोधी दलों के नेताओं को पुनः पत्र लिखा जाए, तथा सहायता की गुहार लगाई जाए। यदि अब भी सरकार इस ओर ध्यान नहीं देती है तो पेंशनर्स आंदोलन के लिए भी मजबूर हो जाएंगे। इस बैठक में न्यायालय का दरवाजा खटखटाने की बात भी की गई। बैठक में अध्यक्ष डॉ भारत भूषण,सचिव गिरीश सुंदरियाल, प्रोफेसर बीडी जोशी,प्रो मुकेश रंजन,प्रो एस के श्रीवास्तव,प्रो पीपी पाठक, हेमन्त आत्रेय, महावीर यादव, चंद्र प्रकाश, द्विजेंद्र पंत, डॉ प्रदीप जोशी आदि उपस्थित थे।