सावधानी ही जीवन का हिस्सा है

दीपक मिश्रा 


कोई भी दुर्धटना व्यक्ति को आर्थिक एवं मानसिक दोनो रूप मे प्रभावित करती है। दुर्धटना व्यक्ति को ऐसी परिस्थिति डाल देती है जिससे उभरना सभी के लिए सामान्य प्रक्रिया नही है। गुरूकुल कांगडी समविश्वविद्यालय के शारीरिक शिक्षा एवं खेल विभाग मे 17 अक्टूबर विश्व ट्रामा दिवस के अवसर पर जागरूकता दिवस के रूप मे मनाया गया। विश्वविद्यालय कुलसचिव प्रो0 सुनील कुमार ने शारीरिक शिक्षा के प्रशिक्षु अध्यापकों को सडक पर चलते अथवा मैदान पर खेलते समय सर्तक एवं सावधान रहने के तमाम जरूरी सावधानियों को जीवन का हिस्सा बनाने के लिए प्रेरित किया। विभाग प्रभारी डॉ0 अजय मलिक ने मानवीय व्यवहार के अन्तर्गत दुर्धटना से प्रभावित व्यक्ति को प्राथमिक सहायता एवं यदि हो सके तो प्राथमिक उपचार देकर सहयोग करने के लिए तत्पर रहना चाहिए। जागरूकता कार्यक्रम के संयोजक डॉ0 शिवकुमार चौहान ने दुर्धटना के मनोवैज्ञानिक प्रभाव पर चर्चा करते हुये दुर्धटना से प्रभावित तथा सहयोगी व्यक्ति दोनो की मनःस्थिति तथा मानसिक समायोजन करने के लिए आहवान्ति किया। जागरूकता कार्यक्रम मे एम0पी0एड0, बी0पी0एड0 के प्रशिक्षु अध्यापक एवं शोध-छात्र उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *