दीपक मिश्रा
हरिद्वार-19 अक्टूबर युवाओं के मानसिक तथा शारीरिक स्वास्थ्य के साथ समग्र कल्याण करने की युक्ति शारीरिक शिक्षा मे निहित है। गुरुकुल कांगडी समविश्वविद्यालय मे योग एवं शारीरिक शिक्षा संकाय के अन्तर्गत शारीरिक शिक्षा एवं खेल विभाग के नव-प्रशिक्षु शारीरिक शिक्षकों के लिए समग्र विकास एवं युवा कल्याण विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन दयानंद स्टेडियम परिसर के ध्यान चन्द सभागार मे किया गया। कुलसचिव प्रो0 सुनील कुमार एवं डीन, योग एवं शारीरिक शिक्षा संकाय प्रो0 सुरेन्द्र कुमार ने दीप-प्रज्ज्वलित कर कार्यशाला का शुभारम्भ किया। कुलसचिव प्रो0 सुनील कुमार ने कहॉ कि शिक्षा का लक्ष्य मानव कल्याण से जुडा है। आमजन की स्वास्थ्य कठिनाईयॉ कम कर कम खर्च मे उत्तम समाधान प्रदान करने का रास्ता शारीरिक शिक्षा है। डीन, प्रो0 सुरेन्द्र कुमार ने कहॉ कि शरीर का मन के साथ तालमेल ही सही स्वास्थ्य को परिभाषित करता है।
विषय-प्रवर्तन के रूप मे डॉ0 शिवकुमार चौहान ने शारीरिक शिक्षा को युवा वर्ग की पहली जरूरत बताते हुये कहॉ कि शिक्षा के रहस्य को जानने के लिए शारीरिक शिक्षा की शरण मे आना आवश्यक है। शारीरिक शिक्षा युवाओं की सामाजिक भागीदारी एवं विकास को सर्वाधिक प्रभावित करती है। कहॉ कि स्वस्थ्य रहने का आधार केवल आहार, विहार तथा विचार पर ही केन्द्रित नही है, अपितु मानसिक शान्ति एवं सन्तुलित भाव से ही युवा स्वास्थ्य एवं समग्र कल्याण की भावना को बल मिलता है। मानसिक शान्ति, स्वास्थ्य के अनेक स्तर को सुधारकर समग्र कल्याण करती है। कार्यशाला मे प्रभारी, शारीरिक शिक्षा डॉ0 शिवकुमार चौहान, डॉ0 कपिल मिश्रा, डॉ0 अनुज कुमार, प्रणवीर सिंह, दुष्यन्त सिंह राणा, सुरेन्द्र सिंह, कुलदीप, आदि उपस्थित रहे।