दीपक मिश्रा
उत्तराखंड सरकार द्वारा प्रदेश में संचालित संस्कृत विद्यालय महाविद्यालयों के वर्गीकरण के फैसले का स्वागत किया। संस्कृत विद्यालय महाविद्यालय प्रबन्धकीय शिक्षक संघ के प्रदेश महामंत्री डॉ नवीन चन्द्र पन्त ने कहा कि आखिर वर्षों पुरानी मांग पूरी हुई। जहां अभी तक संस्कृत विद्यालय महाविद्यालय एक ही छत के नीचे चल रहे थे अब विद्यालय महाविद्यालय अलग अलग संचालित होंगे इससे रोजगार के अवसर भी प्राप्त होंगे उन्होंने कहा कि देर से ही सही वर्गीकरण होना संस्कृत शिक्षा के लिए मील का पत्थर साबित होगा । उन्होने कहा कि अब अति शीघ्र संस्कृत महाविद्यालयों में पद सृजित कर उनके ढांचे को मजबूत बनाने का प्रयास किया जाना चाहिए।