दीपक मिश्रा
हरिद्वार। आदि कवि महर्षि वाल्मीकि जयंती पर कनखल स्थित वाल्मीकि आश्रम व मंदिर में महंत मानदास शिष्य (1008 महामंडलेश्वर शंकर दास )के द्वारा गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी कार्यक्रम श्रद्धा पूर्वक हर्षोल्लास के साथ आयोजित किये गए। सर्वप्रथम प्रातः विद्वान् पंडितो के द्वारा हवन पूजन, पाठ तदोपरांत विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। महंत मानदास ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि का सम्मान सभी धर्म, वर्ग के लोग करते हैं। रामायण के माध्यम से उन्होंने सतमार्ग पर चलने की दिशा दिखाई।
धार्मिक आयोजन में पूर्व केबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत, शूरवीर सिंह सजवाण, विशाल गर्ग, मनु प्रिय मज़दूर, अमीलाल वाल्मीकि, कैश खुराना, नितिन तेश्वर, नवीन प्रधान, किरण पाल वाल्मीकि, नरेश चान्याना, राजेंन्द्र श्रमिक, अशोक तेश्वर, राजेंन्द्र चुटेला, चौ. सुनील राजौर, वीरेंद्र श्रमिक,भंवर सिंह, पार्षद परविंदर गिल, चौ. राजेश छाछर, विक्रम छाछर, नीरज छाछर, आनंद काँगड़ा, जगदीश वैद, ओम प्रकाश तेश्वर , रामदर्शन छाछर, विपिन पेवल, घनश्याम पेवल, सतपाल चंचल, सुभाष ठेकेदार, शिव प्रसाद छाछर, आशीष राजोर, संजू चंचल, अंकित चावला, शेंकी ढिलोड, बलराम चुटेला, मुकेश तेश्वर, चौ. सुरेन्द्र तेश्वर, आत्माराम बेनीवाल, नाथी राम पेवल, जतिन तेश्वर, शुभम ढिलोड, जितिन पेवल, सौरभ घाघट, अभिषेक, सागर गोयल आदि उपस्थित थे।