गुरुकुल के अध्यापकों, कर्मचारियों और छात्रों ने ली सत्यनिष्ठा की प्रतिज्ञा*

दीपक मिश्रा

गुरुकुल काँगड़ी समविश्वविद्यालय हरिद्वार में दिनांक 30 अक्टूबर से 5 नवंबर, 2023 तक सतर्कता एवं जागरूकता सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। उक्त कार्यक्रम की थीम “भ्रष्टाचार का विरोध करें; राष्ट्र के प्रति समर्पित रहें” के आलोक में आज 01 नवंबर 2023 को अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संकाय के अध्यापकों, कर्मचारियों और छात्रों ने सत्यकनिष्ठा की प्रतिज्ञा की शपथ ली। सतर्कता जागरूकता सप्ताह का आयोजन पूरे विश्वविद्यालय में बड़े उत्साह और समर्पण के साथ आयोजित किया जा रहा है। । संकाय के डीन प्रो. विपुल शर्मा ने कहा की इस कार्यक्रम का प्राथमिक उद्देश्य भ्रष्टाचार के परिणामों के बारे में जागरूकता बढ़ाते हुए सत्यनिष्ठा, पारदर्शिता और जवाबदेही के मूल्यों को बढ़ावा देना है।

कार्यक्रम में अपने विचार रखते हुए उन्होंने छात्रों को व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन में नैतिक आचरण के महत्व के बारे में बताया। एक भारत श्रेष्ठ भारत के समन्वयक डा. लोकेश कुमार जोशी ने छात्रों को भ्रष्टाचार के खतरों और सतर्कता की आवश्यकता के बारे में जागरूक किया। उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा की एक राष्ट्र तभी प्रगति करता है जहां का प्रत्येक नागरिक ईमानदारी और नैतिक मूल्यों को बनाए रखने के लिए हर समय प्रतिबद्ध रहता है । डा. मुरली मनोहर तिवारी ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा की सत्यनिष्ठा की प्रतिज्ञा हमको निरंतर भ्रष्टाचार से लड़ने और अधिक पारदर्शी और जिम्मेदार समाज में योगदान करने के हमारे कर्तव्य की निरंतर याद दिलाती है।

कार्यक्रम में सभी प्रतिभागियों ने भ्रष्टाचार मुक्त समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी और प्रतिबद्धता के अनुपालन का प्रण लिया तथा यह भी आत्मसात किया कि सतर्कता केवल कुछ ही लोगों की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि प्रत्येक भारतीय नागरिक का कर्तव्य है। कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागियों ने यह निश्चय लिया की वो अपने समाज में महत्वपूर्ण प्रभाव डालने का प्रयास करते हुए, पूरे वर्ष सतर्कता जागरूकता सप्ताह की भावना को आगे बढ़ाएंगे। इस अवसर पर संकाय के कर्मचारियों ने https://pledge.cvc.nic.in/ पे जाकर प्रतिज्ञा ली तथा अपने प्रमाणपत्र भी डाउनलोड करे।
उपरोक्त कार्यक्रम के सफल संचालन में डा. आशीष धमांदा, डा. आशीष नैनवाल, डा. गौरव मलिक, श्री दीपक पैनयूली, श्री अमरीश, डा. अजय कुमार, श्री गौरव कुमार, श्री मयंक पोखरियाल डा. धर्मेन्द्र बालियान एवं संकाय के अन्य अध्यापकों का सहयोग रहा। छात्रों की ओर से लक्ष्य पुनिया तथा अमृत सागर ने सराहनीय कार्य किया।

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