दीपक मिश्रा
हरिद्वार, 4 नवम्बर। टैक्सी मैक्सी ट्रान्सपोर्ट एसोसिएशन ने वीवीआईपी मूवमेंट में लगने वाले वाहनों को परिवहन विभाग द्वारा अधिग्रहण किए जाने से यात्रीयों व वाहन स्वामियों को होने वाली समस्या को दूर करने की मांग की है। प्रैस क्लब में पत्रकारों से वार्ता करते हुए एसोसिएशन के अध्यक्ष गिरीश भाटिया, सचिव संजय शर्मा व कोषाध्यक्ष इकबाल सिंह ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड में बड़ी संख्या में श्रद्धालु धार्मिक पर्यटन पर आते हैं। विभिन्न ट्रैवल एजेंसियों द्वारा श्रद्धालुओं को यात्रा के लिए वाहन उपलब्ध कराए जाते हैं। लेकिन कई बार उत्तराखंड में किसी वीवीआईपी के दौरे या चुनाव आदि के दौरान बिना किसी पूर्व सूचना के परिवहन विभाग के अधिकारियों द्वारा श्रद्धालुओं को यात्रा पर लेकर जा रहे वाहनों को अधिग्रहित कर लिया जाता है। अधिग्रहित किए जाने वाहनों का शासन प्रशासन या परिवहन विभाग की और से कोई भुगतान भी नहीं किया जाता है। दूरस्थ पहाड़ी क्षेत्रों में ही वाहनों को अधिग्रहण किए जाने से उनमें सवार यात्रीयों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ता है।
जिससे यात्रीयों के लिए दूसरे वाहन की व्यवस्था करने में होने वाली परेशानियों के साथ वाहन स्वामियों को आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ता है। उन्होंने कहा कि वीवीआईपी के दौरे व अन्य कार्यक्रमों की जानकारी शासन प्रशासन को पूर्व में ही मिल जाती है। इसलिए वाहनों की व्यवस्था पूर्व से ही की जानी चाहिए। जिससे किसी को भी परेशानी ना हो। पत्रकारवार्ता के दौरान नितिन, राजीव अग्रवाल, जयमल, सुनील, शम्मी खुराना, पंकज, माध्विक मित्तल, सुभाष, चंद्रकांत शर्मा, संजय शर्मा, इकबाल सिंह आदि पर्यटन व्यवसायी भी मौजूद रहे।