दीपक मिश्रा
हरिद्वार-28 दिसम्बर युवा ही भारत की प्रगति एवं उन्नति के कर्णधार बन सकते है। विश्व के समक्ष उपस्थित चुनौतियो का सामना करने के लिये युवाओं मे कौशल विकास, कृषि क्षेत्र तथा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से विकसित भारत की संकल्पना पूरी की जा सकती है। गुरुकुल कांगडी समविश्वविद्यालय के शारीरिक शिक्षा एवं खेल विभाग मे युवाओं का विकसित भारत की दिशा मे योगदान विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन दयानंद स्टेडियम परिसर मे किया गया। कार्यशाला के शुभारम्भ पर कुलसचिव प्रो0 सुनील कुमार ने युवाओं को सतत विकास के साथ शिक्षा, स्वास्थ्य, खेल एवं गौरवशाली परम्पराओं द्वारा भारत को विकसित बनाने का मंत्र दिया। उन्होने युवाओं का आहवान किया कि युवाओं की श्रम शक्ति ही भारत की प्रगति मे सहायक है।
संकायाध्यक्ष प्रो0 सुरेन्द्र कुमार ने कहाॅ कि सृजन तथा विध्वंसकारी दोनो प्रकार की शक्ति का केन्द्र युवा है। सही दिशा तथा नेतृत्व क्षमता की कुशलता के बल पर ही भारत विश्व गुरु के पद पर आसीन हो सकेगा। कार्यशाला के संयोजक डाॅ0 शिवकुमार चैहान ने प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुये कहाॅ कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का विजन युवाओं को विश्व पटल पर प्रतिस्थापित कर सम्पूर्ण विश्व की प्रगति मे भारत को केन्द्र के रूप मे स्थापित करना है। जिसके लिए कृषि, तकनीक, शिक्षा, प्रबंधन, खेल, योग जैसी प्राचीन तथा आधुनिक विद्याओं मे देश के युवाओं को सक्षम तथा सामर्थवान बनाना है। प्रभारी, शारीरिक शिक्षा डाॅ0 अजय मलिक ने युवाओं को चुनौतियों के साथ आगे बझने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर डाॅ0 कपिल मिश्रा, डाॅ0 अनुज कुमार, डाॅ0 प्रणवीर सिंह, सुनील कुमार, अश्वनी कुमार, सुरेन्द्र सिंह, मुनेश, राजेन्द्र सिंह, कुलदीप के साथ शारीरिक शिक्षा के सभी पाठयक्रमों के छात्र, शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारी उपस्थित रहे। कार्यशाला का संचालन डाॅ0 शिवकुमार चैहान ने किया।