दीपक मिश्रा
रक्तदान सभी प्रकार के दान मे सर्वोत्तम है, इसलिए इसे महादान माना गया है। जब किसी अपने की जान किसी दुसरे के रक्त से बचती है। तब रक्त दान के महत्व का पता चलता है। गुरुकुल कांगडी समविश्वविद्यालय, ध्यान चन्द सभागार, दयानंद स्टेडियम मे शारीरिक शिक्षा एवं भेषज विज्ञान विभाग के संयुक्त तत्वावधान मे स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। कुलसचिव प्रो0 सुनील कुमार तथा विश्वविद्यालय के मुख्य सर्तकता अधिकारी प्रो0 डी0एस0 मलिक ने रिबन-काट कर एवं दीप प्रज्ज्वलित करके शिविर का शुभारम्भ किया। अपने सम्बोधन मे प्रो0 कुमार ने कहॉ कि रक्त जीवन की बहुमूल्य सम्पदा है। जिसको परस्पर के सहयोग से प्राप्त करके जरूरतमंद के जीवन की रक्षा करने मे बिना किसी अन्य उपलब्ध विकल्प के प्रयोग किया जाता है। प्रो0 डी0एस0 मलिक ने रक्त बिना जीवन का अस्तित्व संभव नही होने की बात कही। जिला रेडक्रास के सचिव प्रो0 नरेश चौधरी ने युवाओं को अधिक से अधिक रक्तदान करने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम मे प्रो0 विवेक गुप्ता, डॉ0 संतोष चमोला, डॉ0 राघवेन्द्र चौहान, डॉ0 विपिन कुमार शर्मा, डॉ0 अजय मलिक, डॉ0 महेन्द्र असवाल, डॉ0 राजकुमार भाटिया, डॉ0 प्रिंस प्रशांत शर्मा, डॉ0 प्रणवीर सिंह, अश्वनी कुमार, रविन्द्र काम्बोज, राहुल सिंह, बलवन्त रावत, दीपक नेगी, पीयूष सिंघल, नरेश त्यागी, रविन्द्र कुमार आदि उपस्थित रहे। रक्तदान शिविर मे हरमिलाप मिशन के डाक्टरर्स की टीम तथा जीवन चैरिटेबल ब्लड सेन्टर, रूडकी की टीम के अमित कुमार, वैभव शर्मा, गौरव कुमार, विकास पाठक, मोहित कुमार, तन्नू सैनी का सहयोग प्राप्त हुआ। आयोजित कार्यक्रम का संचालन डॉ0 शिवकुमार चौहान द्वारा किया गया। ब्लड सेन्टर, रूडकी द्वारा रक्तदाताओं को सम्मानित भी किया गया। शिविर मे 73 यूनिट ब्लड एकत्रित किया गया।