दीपक मिश्रा
सिद्धपीठ आनंद वन समाधि में धूमधाम से मनाई गई ब्रह्मलीन स्वामी प्रेमानंद महाराज की 34वीं पुण्यतिथि
ब्रह्मलीन स्वामी प्रेमानंद सरस्वती महाराज का समूचा जीवन गौ, गंगा, गीता और देश सेवा को रहा समर्पित: स्वामी चिदविलासानंद सरस्वती
हरिद्वार, 20 अप्रैल। तीर्थनगरी की प्रख्यात धार्मिक संस्था श्री आनन्द वन समाधि सिद्ध पीठ के परमाध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी चिदविलासानंद सरस्वती महाराज के संयोजन में ब्रह्मलीन स्वामी प्रेमानंद सरस्वती महाराज की 34वीं पुण्यतिथि साधु-संतों, महात्माओं व श्रद्धालु भक्तो ने धूमधाम से मनाई। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए महामंडलेश्वर स्वामी हरिचेतनानंद महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन स्वामी प्रेमानंद महाराज का समूचा जीवन अध्यात्म और मां गंगा को समर्पित रहा। उन्होंने जीवन पर्यंत अपने भक्तों को सत्य के मार्ग पर चलकर सनातन धर्म की पताका को उच्च शिखर तक ले जाने की शिक्षा दी। सिद्ध पीठ श्रीआनन्द वन समाधि के परमाध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी चिदविलासानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन सदगुरुदेव स्वामी प्रेमानंद सरस्वती महाराज का जीवन गौ, गंगा, गीता और देश सेवा को समर्पित रहा। उन्होंने कहा कि सिद्ध पीठ श्री आनंदवन समाधि हरिद्वार की पवित्र भूमि है जहां मनुष्य को जीवन से लेकर समाधि तक का ज्ञान और आध्यात्म प्राप्त होता है। 34वीं पुण्यतिथि में पधारे सभी महामंडलेश्वर, संत-महात्माओं का भाजपा के पूर्व राज्यसभा सांसद रविंद्र किशोर सिन्हा के प्रतिनिधि ए.के. सिंह ने माल्यार्पण कर स्वागत किया। पुण्यतिथि में महामंडलेश्वर प्रबोधानंद गिरि, म.म. अनंतानंद, आत्मबोधानंद सरस्वती, आत्मानंद सरस्वती, ज्ञानानंद सरस्वती, बामदेवानंद सरस्वती, महामंडलेश्वर ललितानंद गिरि, योगेंद्रानंद, ऋषिश्वरानंद, ऋषि रामकृष्ण, दीप्तानंद, कृष्णानंद, महाबलेश्वर, संतोष आनंद, प्रमोद दास, सूरदास, बाबा हठयोगी, प्रेमदास, विष्णु दास, दुर्गा दास, एच.एस. शर्मा, वेदप्रकाश शर्मा, सुभाष त्यागी ने ब्रह्मलीन स्वामी प्रेमानंद सरस्वती महाराज को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।