दीपक मिश्रा
हरिद्वार- 21 जुलाई- शोध की उपयोगिता आमजन मानस के जीवन की कठनाईयॉ दूर करके कल्याणकारी होनी जरूरी है। शोध को जीवन के सभी आयाम से जोडने की आवश्यकता पर बल देने की अधिक आवश्यकता है। मॉ शाकुम्भरी देवी विश्वविद्यालय के प्रो0 संदीप कुमार गुप्ता ने शारीरिक शिक्षा एवं खेल विभाग, गुरुकुल कांगडी मे शोध मूल्यांकन के अवसर पर यह बात कही। उन्होने नवाचार के साथ युवाओ को ओर अधिक शोध-कार्यो से जुडने तथा प्रसारित एवं प्रचारित करने की जरूरत बताई। विभाग प्रभारी डॉ0 अजय मलिक ने कहॉ कि गुरू पूर्णिमा के अवसर पर नये संकल्प के साथ शोध कार्यो को ओर अधिक प्रभावी ढंग से लागू किया जाना आवश्यक है। शोध कार्य के समन्वयक डॉ0 शिवकुमार चौहान ने कहॉ कि शोध की बदौलत देश-दुनिया मे खेलो मे तकनीकि बदलाव तथा खिलाडीयों के परिश्रम को ओर अधिक अवसर मे बदलने मे फायदा हुआ है। शोध छात्र विकास कुमार ने योग की क्रियाओं एवं जिम का उपयोग करने वाले लोगो के बॉडी मॉस इन्डेक्स पर लधु शोध प्रबंध द्वारा किये गये कार्य मे पाया कि जीवन मे सामार्थ्य तथा लचीलापन दोनो ही खेल विकास मे प्रत्येक आयु वर्ग के लिए जरूरी है जिसके कारण खेलों मे दुर्धटनाओं से बचाव सम्भव है। इस अवसर पर डॉ0 अजय मलिक, डॉ0 शिवकुमार चौहान, सुनील कुमार, कुलदीप सिंह आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अन्त मे शोध छात्र विकास कुमार को लधु शोध प्रबंध की मूल्यांकित प्रति प्रदान की गई।