दीपक मिश्रा
हरिद्वार, 11 जुलाई। लगातार हो रही बारिश के चलते शहर के अधिकांश हिस्सों में हुए जलभराव से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। चंद्राचार्य चैक, भगत सिंह चैक रेल पुलिया, कनखल में लाटोवाली, ज्वालापुर के कटहरा बाजार, झण्डा चैक, गुरूद्वारा रोड़, जामा मस्जिद, पीठ बाजार, अंबेडकर चैक, मैदानियान, अहबाब नगर, विष्णुलोक, पुल जटवाड़ा समेत तमाम इलाके बरसाती पानी में जलमग्न हो गए। बारिश के बाद मनसा देवी पर्वत से भारी तादाद में मलबा सड़क पर आ गिरा। जिससे लोगों में हड़कंप मच गया। मनसा देवी पर्वत से बरसाती पानी के साथ आयी सिल्ट के बाजारों में फैल जाने से विष्ण घाट, पुरानी सब्जी, बड़ी सब्जी मंडी, मोती बाजार आदि में कीचड़ जैसे हालात बन गए। जिससे स्थानीय लोगों और कांवड़ियों को भारी समस्या का सामना करना पड़ा। पहाड़ों से बहकर आयी सिल्ट के ब्रहमपुरी रेल पुलिया के नीचे जमा हो जाने से कीचड़ हो गया। जिससे लोगों को पैदल निकलने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। सबसे अधिक खराब हालात चंद्राचार्य चैक और भगत सिंह चैक रेल पुलिया के रहे। चंद्राचार्य चैक और भगत सिंह चैक रेल पुलिया के नीचे तीन से चार फीट पानी भर गया। कमर तक भरेे पानी के बीच से ही कांवड़िएं गुजरते रहे। बरसाती पानी आसपास की कालोनियों खन्ना नगर, विवेक विहार, सिटी हाॅस्पिटल क्षेत्र, आर्यनगर, विष्णु गार्डन, कृष्णानगर आदि इलाकों में घरों और दुकानों में घुस जाने से कीमती सामान खराब हो गया। जिससे लोगों को भारी नुकसान उठाना पड़ा। सड़कों पर खड़े वाहन भी पानी में डूब गए। बरसाती पानी भरने पंतदीप स्थित कांवड़ बाजार में दुकानदारों और कावंड़ियों को भारी सामना करना पड़ा। रोड़ी बेलवाला में पैदल कांवड़ मार्ग पर भी जलभराव होने से कांवड़ियों को बरसाती पानी के बीच से ही गुजरना पड़ा।
ज्वालापुर के मोहल्ला लोधा मंडी में नाले का पानी घुरों में घुस गया। जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। स्थानीय निवासी शमीम, नदीम, सलीम अब्बासी, शहनवाज अब्बासी, इरफान, फारूख अब्बासी, रविंद्र प्रजापति, मोनिका किन्नर, कौशिक शाह आदि के घरों में पानी घुसने से लाखों रूपए का सामान खराब हो गया।
भारी बरसात के चलते हजारों प्लास्टिक के ड्रम नाले एवं नदी के पानी में बह गए। सुमन नगर चेक पोस्ट के निकट नाले में भारी मात्रा में पानी आने से गोदाम की दीवार टूट गयी। जिससे गोदाम में रखे सैकड़ों ड्रम पानी के तेज बहाव में बह गए। जिससे गोदाम मालिक को भारी नुकसान उठाना पड़ा। दूसरी और नाले में ड्रम बहते देख आसपास के लोग जान की परवाह किए बगैर ड्रम निकालने के लिए नाले में कूद पड़े।
दोपहर बाद बारिश रूकने पर हालात सामान्य होने तक लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।