दीपक मिश्रा
हरिद्वार, 23 सितम्बर। देवभूमि भैरव सेना संगठन के जिलाध्यक्ष चरणजीत पाहवा ने नगर आयुक्त द्वारा दो महीने में मांस की दुकानों को शिफ्ट किए जाने का आश्वासन दिए जाने पर आंदोलन को स्थगित कर दिया। मांस की दुकानों को नगर निगम क्षेत्र से बाहर किए जाने की मांग पर कार्रवाई नहीं होने का आरोप लगाते हुए चरणजीत पाहवा ने नगर आयुक्त कार्यालय में सिर मुंडवाने और आंदोलन शुरू करने की घोषणा करने की घोषणा की थी। घोषण के मुताबिक चरणजीत पाहवा सोमवार को कार्यकर्ताओं के साथ नगर निगम पहुंचे। लेकिन मुख्य नगर आयुक्त के दो महीने में दुकानों को सराय रोड़ पर शिफ्ट किए जाने का आश्वासन दिए जाने पर पाहवा ने आंदोलन को स्थगित कर दिया। पाहवा ने कहा कि मुख्य नगर आयुक्त ने बताया कि सराय रोड़ पर दुकानों का निर्माण कराया जा रहा है। दो महीने में मांस की सभी दुकानों को नगर निगम क्षेत्र से बाहर शिफ्ट कर दिया जाएगा। मुख्य नगर आयुक्त के आश्वासन पर आंदोलन को स्थगित किया जा रहा है। चरणजीत पाहवा ने कहा कि वे 18 वर्षो से धर्मनगरी की मर्यादा के लिए संघर्ष कर रहे हैं। लेकिन प्रशासन ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की। श्रीराम चौक और दुर्गा चौके बीच चल रहे दर्जनों चिकन सेंटर चल रहे हैं। जिनमें खुलेआम शराब पिलायी जा रही है। नगर निगम क्षेत्र में चल रही मांस की दुकानों से वातावरण दूषित हो रहा है। बिना स्लाटर हाउस के ही पशु काटे जा रहे हैं। मांस के अवशेष और रक्त नालियों में बहकर गंगा में गिर रहा है। जिससे गंगा भी प्रदूषित हो रही है। चरणजीत पाहवा ने कहा कि यदि दो महीने के अंदर मांस की दुकानों को नगर निगम क्षेत्र से बाहर नहीं किया गया तो फिर से आंदोलन किया जाएगा। इस दौरान जिला महामंत्री अनिल सैनी, जिला उपाध्यक्ष मोहित सैनी, शहर अध्यक्ष बक्शी चौहान, शारदा ठाकुर, रानी, कुसुम, महिला मोर्चा की शहर अध्यक्ष शिल्पी ग्रोवर, जिला उपाध्यक्ष सौरभ चौहान, जिला उपाध्यक्ष विश्व चौहान, युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष लव चौहान, मनी चौहान, जिला कोषाध्यक्ष सत्येंद्र यादव, मुकेश गुप्ता, संजय कश्यप, विशाल कश्यप, दिवाकर वर्मा, विकी प्रजापति, संचित ग्रोवर, विनय प्रजापति, श्यामसुंदर शर्मा, बिजेंदर पवार, विपिन जोशी, दीपक साहनी, संजय मेहता, मोहन शर्मा, सनी कश्यप, शेखर, खुशवंत, भूपेंद्र, उमेश कुमार, मुकेश रस्तोगी, रितिक, हर्ष, सुमित, सोनू, अजय, प्रदीप कुमार, सागर, राजन, विनोद कुमार, मोहित, सचिन, सपना देवी, वंश, विशेष, अजय आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।