दीपक मिश्रा
हरिद्वार, 3 जून। अजरधाम महिला आश्रम ट्रस्ट के संयोजन में सप्त सरोवर स्थित स्वामी अजरानंद अंध विद्यालय हाई स्कूल के प्रांगण में आयोजित तीन दिवसीय 56वां अजर निर्वाण महोत्सव मंगलवार को गुरुजनों को श्रद्धांजलि देने के साथ संपन्न हो गया। श्रद्धांजलि सभा की अध्यक्षता महामंडलेश्वर स्वामी प्रेमानंद महाराज एवं संचालन महंत दिनेश दास ने किया। इस अवसर पर ट्रस्ट के अध्यक्ष स्वामी स्वयंमानंद महाराज ने स्वामी अजरानंद अंध विद्यालय हाईस्कूल को इंटर कॉलेज के रूप उच्चीकृत करने की घोषणा भी की। जिसका संत समाज ने शिवोहम के उद्घोष के साथ स्वागत किया। महंत स्वयंमानंद महाराज ने कहा कि स्वामी अजरानंद महाराज ने नेत्रहीन दिव्यांगों के जीवन में शिक्षा का प्रकाश फैलाने के लिए जो कार्य किया। उसके लिए वे सदैव याद किए जाते रहेंगे। उनके अधूरे कार्यों को पूरा करना तथा संस्था को आगे बढ़ाना ही हमारा संकल्प है। ब्रह्मलीन माता देवी शांतानंद स्वरूपानंद और ब्रह्मलीन महामंडलेश्वर स्वामी सच्चिदानंद परमहंस महाराज द्वारा स्थापित अजरानंद अंध विद्यालय हाई स्कूल को आगे बढ़ाते हुए अब 12वीं कक्षा तक शिक्षण कार्य होगा। साथ ही पुराने स्कूल भवन के स्थान पर नए भवन का निर्माण भी किया गया है। जिसमें आधुनिक कंप्यूटर लैब इत्यादि की स्थापना की गई है। महामंडलेश्वर स्वामी प्रेमानंद महाराज ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि स्वामी अजरानंद विद्यालय हाई स्कूल उत्तराखंड ही नहीं अपितु संपूर्ण देश में नेत्रहीन दिव्यांगों को शिक्षित करने का प्रमुख केंद्र है। स्वामी अजरानंद महाराज और महामंडलेश्वर स्वामी सच्चिदानंद परमहंस महाराज स्वयं प्रज्ञा चक्षु थे। इस कारण उन्हें नेत्रहीन दिव्यांगों के जीवन में आने वाली बधाओ और कष्टों का पूरा एहसास था। उन्होंने जिस संस्था का निर्माण किया वह वर्तमान में प्रगति के पथ पर अग्रसर हो रही है तो यह संत जनों की कृपा से ही संभव हो पाया है। इसके लिए वर्तमान संस्था अध्यक्ष स्वामी स्वयंमानंद महाराज और अजर धाम महिला आश्रम ट्रस्ट बधाई और आशीर्वाद के पात्र हैं। संस्था के उपाध्यक्ष स्वामी विचित्रानंद महाराज ने श्रद्धांजलि सभा में आए सभी संतजनों का आभार प्रकट करते हुए कहा कि संतो का जीवन परमार्थ के लिए ही होता है। गुरुजनों ने जो कार्य किए हैं। उससे समाज को एक नई दिशा मिली है। संत समाज के आशीर्वाद से उनके कार्यो को आगे बढ़ाना ही संस्था का संकल्प है। इस अवसर पर महामंडलेश्वर शिवानंद, महंत दुर्गादास, महंत सूरजदास, महंत ज्ञानानंद शास्त्री, महंत गोविंददास, महंत नरेशानंद सहित संत जन मैजूद रहे। किशनचंद गुप्ता, ऋषि कुमार सोनी, रोशन लाल बंसल, विदेश कुमार गुप्ता, रमेश कुमार, एडवोकेट अरविंद शर्मा, मुंशी राम आदि ने सभी संतजनों का स्वागत किया।