दीपक मिश्रा
हरिद्वार, 3 जून। भारतीय किसान यूनियन जनशक्ति के अलकनंदा मैदान में आयोजित राष्ट्रीय अधिवेशन एवं किसान पंचायत में खेती किसानी से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा की गयी।
अधिवेशन में उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों से आए किसानों को संबोधित करते हुए भारतीय किसान जनशक्ति के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर धर्मेन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि किसान देश का अन्नदाता है। किसान आर्थिक रूप से मजबूत होगा तो देश तरक्की करेगा। लेकिन उपज का सही दाम नहीं मिलने और सरकार की नीतियों के चलते किसान कर्ज के बोझ तले दब रहा है। किसानों की दशा सुधारने के लिए सरकार को तत्काल कदम उठाने चाहिए। किसानों से एकजुटता का आह्वान करते हुए ठाकुर धर्मेन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि एकजुटता से ही संगठन को बल मिलता है। सरकार ने जब तीन कृषि कानून लागू किए तो पूरे देश के किसानों ने एकजुट होकर इसका विरोध किया। किसानों के विरोध के चलते ही केंद्र सरकार कानूनों का क्रियान्वन रोकने पर मजबूर हुई है।
अधिवेशन में कई प्रस्ताव भी पारित किए गए। जिनमें किसान सम्मान निधि छह हजार रूपए वार्षिक बढ़ाकर बीस हजार रूपए वार्षिक करने, किसान क्रेडिक कार्ड के ब्याज मुक्त करने, किसान आयोग गठन कर उसमें किसान संगठनों के प्रतिनिधियों को शामिल करने, गन्ना मूल्य पांच सौ रूपए कंुतल करने, उत्तर प्रदेश की कप्तानगंज, सिंभावली एवं बृजनाथ चीनी मिलों पर बकाए का भुगतान और लक्ष्मीगंज चीनी मिल को जल्द श्ुारू करने, पूरे देश में किसानों के वाहनों को टोल फ्री करने, बिजली के निजीकरण के प्रस्ताव को तत्काल वापस लेने, किसान सहकारी शुगर मिल नजीबाबाद बिजनौर की क्षमता 25 हजार कुंतल से बढ़ाकर 75 हजार कुंतल करने, पूर्वी उत्तर प्रदेश के जनपद मिर्जापुर एवं सोनभद्र में हुए धान खरीद घोटाले की सीबीआई जांच की मांग शामिल हैं।
अधिवेशन को राष्ट्रीय मुख्य महासचिव चन्द्रभान सिंह, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष एवं उ.प्र.अध्यक्ष देवेंद्र शुक्ला, राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय चौधरी, राष्ट्रीय संगठन मंत्री एवं बिजनौर जिलाध्यक्ष डा.नरपाल सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष एवं हापुड़ जिलाध्यक्ष सुधीन चौधरी, पश्चिमी उत्तर प्रदेश युवा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष विपुल चौधरी, अयोध्या मंडल प्रभारी प्रदीप शुक्ला, सहारनपुर जिलाध्यक्ष अरविन्द चौधरी, प्रदेश महासचिव एवं अमरोहा जिलाध्यक्ष जोगेन्द्र, बुलन्दशहर जिलाध्यक्ष प्रवीण तोमर, महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष गुरदीप कौर, प्रदेश विधिक सलाहकार वीर बहादुर सिंह, पश्चिमी उत्तर प्रदेश महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष रीना चौहान, राष्ट्रीय संगठन मंत्री श्रवण कुमार रचित सहित कई पदाधिकारियों ने संबोधित किया।