शाकाहार, दिल की बीमारियों से जुड़े कारकों के असर को कम करता है: डॉ सुशील शर्मा

दीपक मिश्रा

 

शाकाहार, दिल की बीमारियों से जुड़े कारकों के असर को कम करता है: डॉ सुशील शर्मा

मनुष्य का आहार शुद्ध होना चाहिए।आहार का मतलब है वह हर चीज जो हमारे अंदर जा कर सकारात्मक परिवर्तन करे जैसे कोई चीज देखना, सुनना, खाना, पीना आदि आदि। तो इनमें से हम कोई भी चीज अच्छी देखें, अच्छा सुने, अच्छा खाएं, अच्छा पियें तो शरीर में भी सकारात्म परिवर्तन आते है। सब जानते है फल सब्जियां रंगदार और खुशबूदार होती है। वो आपको मोहक लगती है जबकि मांस देखने मे ऐसा नहीं होता है। किसी फल के बागीचे में जाएं तो मन खिल जाता है ! एक दो फल तोड़कर खाने को मन करता है। अगर देखा जाए तो प्रकृति ने हमारी इंद्रियों को ऐसा बनाया है कि जिव्हा सहित सभी इंद्रियां शाकाहार के ही उपयुक्त है।

प्रकृति हमें क्या इशारा कर रही है इसे हमें समझना चाहिए। इस इशारे को समझकर ही अपना भोजन चुनें। हमें जब भूख लगती हे तो कहा जाता हे की हमारे भीतर जठराग्नि प्रज्जवलित हुई है और वो भी अग्नि है और जब ये जठराग्नि प्रज्जवलित होती हे तब हम उस में भी कुछ ना कुछ डालते है । अगर हम उसमे फुल, अनाज, दूध, दहीं, घी, तेल डालते हे तो वो यज्ञ बन जाता है। शाकाहार पर्यावरण के लिए बेहतर होता है, अब हमारे भीतर चिता हो या यज्ञ हो यह निर्णय हमें ही करना है।

आजकल के भाग दौड़ और अनियमित जीवन शैली से जन्म लेने वाली ढेरों बीमारियों मैं शाकाहार के कई सारे फायदों के बारे में आपने सुना-पढ़ा होगा, लेकिन क्या आप इस बात से परिचित हैं कि शाकाहार आपको दिल की समस्याओ से भी दूर रखता है? रामकृष्ण मिशन कनखल के इंटीग्रेटिव कार्डियोलॉजी विभाग के परामर्श हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ सुशील शर्मा के के मुताबिक, अपनी डाइट में मांसाहार की बजाय शाकाहारी भोजन शामिल करने से दिल की बीमारियां नहीं होती हैं।

“”बहुत सारे बैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार शाकाहारी भोजन करने से हृदय रोग से जुड़े कारकों के प्रभाव को कम किया जा सकता है। अपने खाने में शाकाहारी चीजों के शामिल रहने से ट्राइमेथाइलमाइन एन-ऑक्साइड मेटाबोलाइट का उत्पादन नहीं होता है और हार्ट अटैक का कम खतरा रहता है। शाकाहारी व्यक्तियों में ह्रदय रोग, उच्च रक्तचाप, मधुमेह टाइप 2, गुर्दे की बीमारी, ऑस्टियोपोरोसिस, अल्जाइमर जैसे मनोभ्रंश और अन्य बीमारियां कम हुआ करती हैं।
डॉ सुशील शर्मा
परामर्श हृदय रोग विशेषज्ञ
मिशन हॉस्पिटल कनखल हरिद्वार””

उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय के आयुर्वेद चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ अवनीश उपाध्याय बताते हैं कि शाकाहारी होने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आपका स्वास्थ्य अच्छा रहता है बशर्ते आप सही तरीके से शाकाहार कर रहे हों। बहुत ज़्यादा मिर्च मसाले वाले या अधिक तले भुने भोजन न करें तो शाकाहार आपके लिए बहुत अच्छा है । भरपूर फल सब्ज़ियाँ दूध व दुग्ध उत्पाद अंकुरित व मोटे अनाज व दालें शरीर के लिए बहुत अच्छे होते हैं।

“” शरीर को मोटा और शक्तिशाली बनने के लिए क्या करे?
लगभग 50 ग्राम की मात्रा में चने की दाल को लेकर शाम को 100 मिलीलीटर कच्चे दूध में भिगोकर रख दें। अब इस दाल को सुबह उठकर पांच किशमिश और पांच ग्राम मिश्री में मिलाकर अच्छी तरह से चबाकर खायें से शरीर को ताकत मिलती है और मनुष्य का बल भी बढ़ता है।
डॉ अवनीश उपाध्याय
परामर्श आयुर्वेद चिकित्सक
उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय हरिद्वार””

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *