दीपक मिश्रा
हरिद्वार, 28 जून। कथा व्यास महामंडलेश्वर स्वामी हरिचेतनानंद महाराज ने कहा कि गंगा तट पर संतों के सानिध्य में श्रीमद् देवी भागवत महापुराण का श्रवण करने से साधक के कल्याण का मार्ग प्रशस्त होता है। सच्चे मन से कथा का श्रवण और मनन करने से श्रद्धालु को मां भगवती की अपार कृपा प्राप्त होती है। खड़खड़ी स्थित निर्धन निकेतन आश्रम में आयोजित श्रीमद् देवी भागवत महापुराण कथा के दौरान श्रद्धालुओं को मां भगवती की महिमा से अवगत कराते हुए कथा व्यास स्वामी हरिचेतनानंद महाराज ने कहा कि मां भगवती की महिमा संसार में अपरंपार है। देवी भगवती ही महाशक्ति और परब्रह्म है, जो विविध रूपों में विभिन्न लीलाएं करती हैं। मां भगवती ही सृजन, पालन और संहार करने वाली पराशक्ति हैं। मां भगवती के विभिन्न रूपों की पूजा अर्चना करने से श्रद्धालु भक्त का कल्याण निश्चित होता है। सभी को पूर्ण श्रद्धा और विश्वास के साथ मां भगवती की आराधना करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि श्रद्धालु भक्तों के कल्याण के लिए श्रीमद् देवी भागवत महापुराण कथा का आयोजन करने के लिए निर्धन निकेतन आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी ऋषि रामकृष्ण बधाई के पात्र हैं। स्वामी ऋषि रामकृष्ण महाराज ने कहा कि विश्व की आध्यात्मिक राजधानी हरिद्वार की पवित्र भूमि पर संतों के सानिध्य में किए जाने वाले धार्मिक अनुष्ठानों से नकारात्मक वातावरण दूर होता है और मानव कल्याण का मार्ग प्रशस्त होता है। उन्होंने कहा कि समस्त संसार का कल्याण करने वाली मां भगवती की आराधना कभी निष्फल नहीं जाती। प्रत्येक व्यक्ति को मां भगवती की आराधना अवश्य करनी चाहिए। मां भगवती की कृपा से परिवार के कष्ट दूर होते हैं और सुख समृद्धि प्राप्त होती है। इस अवसर पर स्वामी शिवानंद, सतपाल ब्रह्मचारी, महंत शिवम गिरी, पंडित अमित थपलियाल, ट्रस्टी नरेंद्र कपूर, विजय सिंहला, जीवन गोयल, प्रेमदत्त, ज्ञानचंद, सीता देवी व बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्त मौजूद रहे।