दीपक मिश्रा
हरिद्वार, आज बालाजी इंस्टीट्यूट आफ अल्टरनेटिव मेडिकल साइंस एंड केंसर रिसर्च सेंटर अलीपुर आनन्द नगर बहादराबाद में विश्व हाईपरटेंशन डे पर आयोजित संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुए इ एम ए के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ के पी एस चौहान ने कहा कि जनता को उच्च रक्तचाप और इसकी गंभीर चिकित्सा जटिलताओं के महत्व के बारे में बताना, रोकथाम और उपचार के बारे में जानकारी प्रदान करना ही उच्च रक्तचाप दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य है। एक व्यक्ति का सामान्य ब्लड प्रेशर 120/80 एम एम पर एच जी होता है। व्यक्ति को उच्च रक्तचाप से बचने के लिए निम्न बातों का ध्यान रखना चाहिए जैसे अपनी जीवनशैली में बदलाव,धूम्रपान बंद करें,स्वस्थ संतुलित आहार लें,आहार में नमक कम करें,शराब में कटौती करें, कॉफ़ी, चाय और अन्य कैफीन युक्त पेय कम करें,नियमित रूप से व्यायाम करें,यदि आपका वजन अधिक है, तो स्वस्थ बीएमआई हासिल करने और बनाए रखने का प्रयास करें,पर्याप्त नींद लें, अपने जीवन में तनाव ना होने दें । गुर्दा रोग तथा रक्त में कोलेस्ट्रॉल का बढना, सफेद नमक का ज्यादा सेवन भी हाईपरटेंशन होने का कारण है । उच्च रक्तचाप में छाती में दर्द,सांस फूलना,पीठ दर्द,स्तब्ध हो जाना या कमजोरी,भ्रम,दृश्य परिवर्तन, बोलने में कठिनाई होना, सिरदर्द, दिल की धड़कन या नाक से खून आना जैसे लक्षण होते हैं। उच्च रक्तचाप होने से हृदय रोग , दिल का दौरा और स्ट्रोक, ब्रेन हेमरेज, पेरालिसिस आदि रोग होने का खतरा अधिक होता है।
हाई ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए चोकर युक्त आटा की रोटी,ब्राउन राइस, लहसुन, आंवला,मूली,तिल और चावल की भूसी,अलसी,इलायची,प्याज,दाल चीनी, सफेद नामक कम,लहसुन, आंवले का रस, काली मिर्च, नींबू, तुलसी,पपीता, अदरक, मेथी का सेवन करे तथा नंगे पैर हरी घास पर रोजाना 10-15 मिनट वॉक करें। संगोष्ठी को डॉ वी एल अलखानिया, डॉ ऋचा आर्य, डॉ बी बी कुमार, डॉ कमलेश शर्मा, हीना कुशवाहा, मंजुला होलकर, लक्ष्मी कुशवाहा, शिवांकी कल्याण, विनीत सहगल ने भी सम्बोधित किया।