दीपक मिश्रा
हरिद्वार, 20 मई। भेल सेक्टर-2 स्थित सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज में आयोजित कार्यक्रम में छात्र संसद का गठन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के प्रधानाचार्य लोकेंद्र दत्त अंथवाल तथा विद्या भारती प्रांत स्तरीय पुरातन छात्र परिषद के सदस्य एवं अधिवक्ता प्रियांशु कुमार ने दीप प्रज्वलित कर किया। संचालन प्रवीन कुमार ने किया। प्रधानाचार्य लोकेंद्र दत्त अंथवाल ने कहा कि विद्या भारती की योजना के अनुसार छात्रों को प्रबल, समर्थ एवं नेतृत्व क्षमता से परिपूर्ण बनाने के उद्देश्य से छात्र संसद का गठन विद्यालय स्तर पर किया जाता है। साथ ही छात्रों को समाज कार्य में निपुण बनाने, नेतृत्व कौशल का सामर्थ्य संचारित करने के उद्देश्य से विद्यालय स्तर पर छात्र संसद का गठन कर प्रधानमंत्री एवं मंत्रीमंडल का चुनाव होता है। मुख्य अतिथि प्रियांशु कुमार ने छात्र संसद के सभी पदाधिकारियों को शुभकामनाएं दी। मुख्य अतिथि तनवीर सिंह महावर ने छात्र संसद के समस्त पदाधिकारीयों को शुभकामना देते हुए कहा कि छात्र लोकतांत्रिक मूल्यों को सीख रहे हैं एवं मतदान के महत्व को भी इस प्रक्रिया के माध्यम से समझेंगे। छात्र अनुशासन में रहते हुए लक्ष्य को प्राप्त करें। रुचि के अनुसार विषय का चुनाव करें तभी आप एक अच्छे नेतृत्वकर्ता बन पाएंगे। चुनाव लोकतंत्र की मुख्य धारा है। समस्त पदाधिकारी अपने कार्यों को ईमानदारी एवं कर्तव्यनिष्ठा के साथ अपने पद को निभाएंगे। पद की गरिमा बनाए रखते हुए दायित्व को सही ढंग से निर्वहन करें, विद्यालय की गरिमा को बढ़ाने तथा विद्यालय की उन्नति में पूर्ण सहयोग करने के लिए तत्पर रहें। छात्र संसद में जतिन पाठक न्यायाधीश, अनमोल चतुर्वेदी उप न्यायधीश, कन्हैया तोमर प्रधानमंत्री, शिवांश तोमर उप प्रधानमंत्री, रोहित प्रजापति सेनापति, मोहन कल्याणी उप सेनापति ने शपथ लेकर अपने कार्य को ईमानदारी एवं निष्ठा से निर्वहन करने के लिए संकल्प लिया। इस अवसर पर महेशचंद काला, अमित कुमार, जयपाल सिंह, तिगमांशु बडोनी, भानु प्रताप, हरीश श्रीवास्तव, देवेश पराशर आदि आचार्य एवं छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।