दीपक मिश्रा
सनातन धर्म व अध्यात्म के प्रचार प्रसार में संत महापुरूषों का अहम योगदान-श्रीमहंत रविंद्रपुरी
सेवा कार्यो में श्रीमहंत रविंद्रपुरी का योगदान प्रेरणादायी-स्वामी बिपनानंद
हरिद्वार, 4 जुलाई। अमेरिका से आए स्वामी बिपनानंद महाराज ने निरंजनी अखाड़ा पहुंचकर अखाड़ा परिषद एवं मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज से भेंटकर आशीर्वाद लिया और उन्हें अमेरिका आने का निमंत्रण दिया। स्वामी बिपनानंद महाराज को मां मनसा देवी एवं मां गंगा की प्रतिमा भेंटकर आशीर्वाद प्रदान करते हुए श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि सनातन धर्म संस्कृति को विश्व स्तर पर प्रचारित प्रसारित करने में संत महापुरूषों का अहम योगदान है। उन्होंने कहा कि पिछले 25 वर्ष से अमेरिका व अन्य यूरोपीय देशों में लोगों को धर्म व अध्यात्म के मार्ग पर अग्रसर करने में स्वामी बिपनानंद मुख्य भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म संस्कृति के संरक्षण संवर्द्धन में स्वामी बिपनानंद का योगदान सभी के लिए प्रेरणादायी है। स्वामी बिपनानंद महाराज ने कहा कि धर्म के मार्ग पर चलकर ही ईश्वरीय कृपा प्राप्त की जा सकती है। संत महापुरूषों के सानिध्य में सद्मार्ग का अनुसरण करने वाले भक्त का सदैव कल्याण होता है। उन्होंने कहा कि अखाड़ा परिषद एवं मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज धर्म व अध्यात्म का प्रचार प्रसार करने के साथ विभिन्न सेवा प्रकल्पों के माध्यम से सरकार का भी सहयोग कर रहे हैं। कांवड़ मेले में आने वाले शिवभक्तों की सुविधा के लिए मोबाइल टायलेट स्थापना हेतु प्रशासन को 20 लाख रूपए का सहयोग कर श्रीमहंत रविंद्रपुरी ने सेवा की जो मिसाल कायम की है। उससे सभी को प्रेरणा लेनी चाहिए। स्वामी नागेंद्र ब्रह्मचारी महाराज ने कहा कि विभिन्न सेवा प्रकल्पों के माध्यम से जरूरमंदों की सेवा व धर्म व अध्यात्म के प्रचार प्रसार में श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज अहम योगदान कर रहे हैं। सेवा संकल्प के प्रतीक श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज संत समाज के प्रेरणास्रोत हैं। सभी को उनके कृतित्व से प्रेरणा लेते हुए मानव कल्याण में योगदान करना चाहिए।