दीपक मिश्रा
हरिद्वार/ कनखल स्थित वाल्मीकि पीठ आश्रम में महंत शंकर दास महाराज की 40 वीं पुण्यतिथि को शिक्षा दिवस के रूप में मनाया गया कार्यक्रम में सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु और गणमान्य लोग उपस्थित रहे। इस दौरान कार्यक्रम में वाल्मीकी समाज के लगभग 200 छात्र छात्राओं को कॉपी पेन देकर प्रोत्साहित किया गया। कार्यक्रम का संचालन अशोक तेश्वर ने किया। इस अवसर पर आश्रम के पीठासीन महंत मान दास ने कहा कि गुरु की सेवा सबसे बड़ी सेवा है। गुरु ही परमात्मा से मिलाता है। जो अपने गुरु की सेवा करते हैं वह जीवन में कभी निराश नहीं होते। समाज को आगे बढ़ाने के लिए बच्चो को शिक्षित करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि सभी का सम्मान करो। इस अवसर पर मुख्य अतिथि भवाधस के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. देव सिंह अद्वैत, विशिष्ठ अतिथि महंत कृष्ण दास (कुरुक्षेत्र), महंत गिरधारी नाथ (अमृतसर), महंत रवि शाह, सेंट्रल वाल्मीकि सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गेजाराम, सफाई आयोग के पूर्व अध्यक्ष अमीलाल वाल्मीकि, राम सिंह, सुरेंद्र तेश्वर, मनमोहन द्रविड़, सुनील राजौर, नितिन तेश्वर, विनीत जोली, अशोक तेश्वर, नरेश चन्याला, राजेंद्र श्रमिक, आत्माराम बेनीवाल, अशोक धीगान, विक्रम छाछर, नीरज छाछर, अनमोल बिरला, संदीप चिनालिया, जोनी राजौर, राजेश छाछर, जॉनी राजोर, मुकेश तेश्वर आदि सैकड़ों लोग उपस्थित थे।