दीपक मिश्रा
हरिद्वार, 12 अगस्त। कनखल स्थित श्री हरेराम आश्रम में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के पांचवे दिन श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए आश्रम के परमाध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी कपिल मुनि महाराज ने कहा कि सभी वेदों का सार श्रीमद् भागवत कथा युगों युगों से मानव का कल्याण कर रही है। उन्होंने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा साक्षात श्री हरि की वाणी है और जीवन की जड़ता को समाप्त कर चैतन्यता का संचार करती है। देवताओं के लिए भी दुर्लभ श्रीमद् भागवत कथा के श्रवण से समस्प पापों का नाश हो जाता है। इसके लिए आवश्यक है कि कथा से मिले ज्ञान को आचरण में धारण किया जाए। कथा व्यास महामंडलेश्वर स्वामी शिवानंद महाराज ने कहा कि ज्ञान का अथाह सागर श्रीमद् भागवत कथा कल्पवृक्ष की भांति है। जिससे सभी इच्छाओं की पूर्ति की जा सकती है। जिस भाव से कथा का श्रवण किया जाता है। कथा उसी के अनुरूप फल प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा त्याग एवमं भक्तिमय जीवन जीने की कला सिखाती है। प्राणी मोह के चलते भटकता रहता है। ईश्वर की शरण में आने पर ही परम आनंद और शांति की प्राप्ति होती है। कथा यजमान श्रीमती संतोष आचार्य जैन व रविन्द्र शर्मा ने फूलमाला पहनाकर सभी संत महापुरूषों का स्वागत किया। इस अवसर पर कथा संयोजक डा.जितेंद्र सिंह, महंत गोविंद दास, महंत राघवेंद्र दास, महंत दामोदर शरण दास, महंत बलवंत दास, महंत सुदिक्ष्ण मुनि, स्वामी शिव गिरी, वरिष्ठ भाजपा नेता अनिता सिंह, वमी परमेश्वर मुनि, स्वामी कृष्ण मुनि, महंत गंगादास, स्वामी नामदेव सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।