संत समाज ने दी ब्रह्मलीन महामंडलेश्वर स्वामी स्वतः प्रकाश को श्रद्धांजलि

दीपक मिश्रा

हरिद्वार, 20 अक्तूबर। ब्रह्मलीन महामंडलेश्वर स्वामी स्वतःप्रकाश महाराज की 38वीं पुण्यतिथी पर संत समाज ने उनका भावपूर्ण स्मरण करते हुए श्रद्धासुमन अर्पित किए। भूपतवाला स्थित स्वतः मुनि उदासीन आश्रम में आश्रम के परमाध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी सुरेश मुनि के संयोजन में आयोजित श्रद्धांजलि समारोह का संचालन स्वामी हरिहरानंद ने किया। ब्रह्मलीन स्वामी स्वतः प्रकाश महाराज को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए स्वामी सुरेश मुनि महाराज ने कहा कि पूज्य गुरूदेव स्वामी स्वतः प्रकाश महाराज त्याग, तपस्या और सेवा की प्रतिमूर्ति व धर्म शास्त्रों के प्रकाण्ड विद्वान थे। उन्होंने धर्म, संस्कृति के प्रचार-प्रसार में अपना विशेष योगदान दिया। स्वामी सुरेश मुनि ने कहा कि ब्रह्मलीन स्वामी स्वतः प्रकाश महाराज परम गौभक्त थे। गंगा के प्रति उनकी अगाध आस्था थी। पूज्य गुरूदेव के दिखाए मार्ग पर चलते धर्म संस्कृति के संरक्षण संरक्षण में योगदान व आमजन में अध्यात्म के प्रति चेतना जगाना और गुरूदेव की इच्छा के अनुरूप आश्रम की सेवा संस्कृति का विस्तार करना ही उनके जीवन का उद्देश्य है। श्रद्धांजलि समारोह की अध्यक्षता करते हुए म.मं. स्वामी हरिचेतनानन्द महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन स्वामी स्वतः प्रकाश महाराज संत समाज के प्रेरणास्रोत थे। स्वामी सुरेश मुनि महाराज जिस प्रकार अपने गुरूदेव से प्राप्त ज्ञान और शिक्षाओं का अनुसरण करते हुए उनके अधूरे कार्यो को आगे बढ़ा रहे हैं। वह प्रशंसनीय व सभी के लिए प्रेरणादायी है। महंत नारायण दास पटवारी महाराज ने कहा कि धर्म संस्कृति के संरक्षण संवर्द्धन में ब्रह्मलीन स्वामी स्वतः प्रकाश महाराज का योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा। महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरी महाराज ने कहा कि दया, करूणा और स्नेह की निर्मल गंगा से भक्तों को अभिसिंचित करने वाले स्वामी स्वतः प्रकाश महाराज महान संत थे। उनके दिखाए मार्ग पर चलते हुए मानव कल्याण में योगदान का संकल्प ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि है। स्वामी हरिहरानंद ने कहा कि स्वामी सुरेश मुनि सौभाग्यशाली हैं कि उन्हें गुरू के रूप में ब्रह्मलीन स्वामी स्वतः प्रकाश महाराज का सानिध्य प्राप्त हुआ। भाजपा पार्षद दल के उपनेता अनिरूद्ध भाटी एवं डा.पदम प्रसाद सुवेदी ने कहा कि ब्रह्मलीन स्वामी स्वतः प्रकाश महाराज ने समाज में आध्यात्मिक चेतना जगाने के साथ सामाजिक कार्यो में भी अग्रणीय भूमिका निभाते हुए समाज के कमजोर व जरूरतमंद वर्ग की सहायता में अहम योगदान प्रदान किया। आश्रम के ट्रस्टी नीलमणी पाठक, माखनलाल, विशाल गोयल, छत्रपाल गोयल, मदनपाल जिन्दल व प्रबंधक नितिन शर्मा ने सभी संत महापुरूषों व अतिथीयों का फूलमाला पहनाकर स्वागत किया। इस अवसर पर महंत राघवेंद्र दास, महंत गोविंददास, महंत जयेंद्र मुनि, महंत प्रेमदास, महंत सूरजदास, स्वामी दिनेश दास, स्वामी कृष्णानंद, स्वामी ज्ञानानंद, स्वामी ऋषि रामकृष्ण, भारत माता मंदिर के महंत स्वामी ललितानंद गिरी, महंत दुर्गादास, महंत प्रह्लाद दास, महंत बिहारी शरण, डा.पदम प्रसाद सुवेदी, नितिन शर्मा, महंत ओमप्रकाश शास्त्री सहित अनेक संत व श्रद्धालुजन उपस्थित रहे।
फोटो नं.1-स्वामी स्वतः प्रकाश महाराज को श्रद्धांजलि देते संत

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